नयी दिल्ली, तीन जनवरी भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह यमन में मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा है।
प्रिया (37) केरल के पलक्कड़ की रहने वाली है और उसे जुलाई, 2017 में यमन के एक नागरिक की हत्या करने का दोषी पाया गया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा, ‘‘ हम निमिषा प्रिया को सुनायी गयी सजा से जुड़़े घटनाक्रम पर करीब से नज़र रख रहे हैं। सरकार इस मामले में हर संभव मदद कर रही है।’’
प्रिया फिलहाल यमन की राजधानी सना की एक जेल में बंद है। सना पर ईरान समर्थित हूथी का नियंत्रण है।
बृहस्पतिवार को एक ईरानी अधिकारी ने कहा कि ईरान इस मामले में जो कुछ कर सकता है, वह करेगा।
यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी की मौत कथित तौर पर बेहोशी की दवा की ‘ओवरडोज’ से हुई थी, जो प्रिया ने उससे अपना पासपोर्ट वापस पाने के लिए दी थी।
खबरों के अनुसार, प्रिया को 2020 में एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी और यमन की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने नवंबर 2023 में इस फैसले को बरकरार रखा था।
यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने कुछ दिन पहले प्रिया की मौत की सजा पर मुहर लगायी।
प्रिया की मां प्रेमा कुमारी ने अपनी बेटी की जान बचाने के लिए भारत सरकार से भावुक अपील की है।
यमन से भेजे एक वीडियो संदेश में प्रेमा कुमारी ने केंद्र और अन्य अधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी अंतिम अपील है। उसके पास बस कुछ ही दिन बचे हैं। मैं केंद्र से विनती करती हूं कि उसकी जान बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करे।’’
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