ओमीक्रोन संस्करण एक माह में विदेश से मप्र लौटे लोगों की कोविड-19 जांच होगी: सीएम शिवराज सिंह चौहान
सीएम शिवराज सिंह चौहान (Photo Credits: Twitter)

भोपाल, 28 नवंबर: कोरोना वायरस (Coronavirus) के चिंताजनक नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ ('Omicron') के हाल ही में कुछ देशों में पाए जाने के मद्देनजर मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने रविवार को कहा कि प्रदेश में पिछले एक माह में विदेशों से आने वाले सभी लोगों का कोविड-19 (Covid-19) परीक्षण कराया जाएगा. ओमिक्रोन के स्पाइक प्रोटीन में ज्यादा परिवर्तन, टीकों से बचने में हो सकता है सक्षम: एम्स प्रमुख

प्रदेश सरकार ने स्कूलों के लिए पहले घोषित की गई छूट को वापस ले लिया है और निर्णय लिया है कि छात्र अपने माता-पिता की सहमति से 50 प्रतिशत क्षमता वाली शारीरिक कक्षाएं में आ सकेंगे. इसके अलावा स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं चलाना जारी रखेंगे.मुख्यमंत्री ने 17 नवंबर को ही मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से संबंधित सभी प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की घोषणा की थी.रविवार को कोविड-19 की स्थिति पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद चौहान ने कहा कि कुछ देशों में कोरोना वायरस का एक नया रुप पाया गया है हालांकि भारत में अभी तक इसका कोई मामला सामने नहीं आया है लेकिन मध्यप्रदेश में एहतियात के तौर पर कुछ फैसले लिए गए हैं.

उन्होंने कहा कि जो कि लोग पिछले एक माह में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से दूसरे देशों से मध्यप्रदेश से आए हैं उनका कोविड-19 परीक्षण किया जाएगा तथा किसी भी प्रकार का लक्षण पाए जाने पर उन्हें पृथक रखा जाएगा.चौहान ने यह भी कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग जांच की संख्या बढ़ाने के साथ रेमडेसिवीर इंजेक्शन सहित आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.उन्होंने कहा कि अन्य उपकरणों, ऑक्सीजन लाइनों और संयंत्रों के मरम्मत और अस्पतालों में सभी व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए गए हैं.उन्होंने बताया कि राज्य में प्रतिदिन कोविड-19 की जांच के लिए 58 हजार से 60 हजार परीक्षण किए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षणों के संख्या भी अब बढ़ाई जाएगी. बच्चों और 18 साल से कम उम्र के बच्चों का विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि उनका टीकाकरण नहीं हुआ है.चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि सोमवार से स्कूल 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलेगें. इसका मतलब है कि प्रत्येक बच्चे को सप्ताह में केवल तीन दिन स्कूल जाने की आवश्यकता होगी. उन्होंने कहा कि स्कूलों को विकल्प के तौर पर ऑनलाइन कक्षाएं चलाने की भी आवश्यकता होगी.उन्होंने कहा, ‘‘ यदि माता पिता बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं तो उन्हें ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प दिया जाना चाहिए. शारीरिक कक्षाओं के लिए बच्चों को स्कूल जाने के लिए माता-पिता की सहमति जरुरी है. ’’

चौहान ने कहा, ‘‘ मध्य प्रदेश में 62.5 प्रतिशत पात्र लोगों को कोविड-19 रोधी का टीका मिल गया है.  टीकाकरण प्रतिदिन किया जा रहा है, लेकिन एक दिसंबर को एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा. मैं एक दिसंबर को आपदा प्रबंधन समितियों से चर्चा करुंगा. हम सभी को तैयार रखेंगे ताकि यदि तीसरी लहर आती है तो हम इससे अपनी पूरी क्षमता से लड़ सकें. ’’शनिवार को मध्य प्रदेश में कोविड-19 के 23 नए मामले दर्ज किए गए. जिससे राज्य में संक्रमण के मामले बढ़कर 7,93,120 हो गए जबकि इस महामारी से प्रदेश में मरने वालों की संख्या 10,528 रही.

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