नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर भारत में कनाडा के उच्चायुक्त रहे कैमरन मैके ने दावा किया है कि सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या का असफल प्रयास ‘एक ही’ साजिश का हिस्सा थे।
मैके अगस्त में भारत से चले गए थे। सीबीसी न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में मैके ने कहा कि कनाडा और अमेरिका दोनों ही मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सोचना भारत सरकार की भूल है कि वह कनाडा और अमेरिका में अपराध कर सकती है और बच निकल सकती है।
पिछले साल कनाडा की धरती पर निज्जर की हत्या में भारत सरकार के शामिल रहने के ओटावा के नये आरोपों के बाद, नयी दिल्ली ने कनाडा के उच्चायोग प्रभारी स्टीवर्ट व्हीलर और पांच अन्य राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। कनाडाई राजनयिक शुक्रवार शाम दिल्ली से चले गए।
भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को भी कनाडा से वापस बुला लिया है और वे भी भारत लौट रहे हैं। कनाडा सरकार ने कहा था कि भारतीय राजनयिकों को देश से निकाल दिया गया है।
भारत ने निज्जर की हत्या से संबंधित मामले में ओटावा द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। निज्जर को भारत में आतंकवादी घोषित कर दिया गया था।
कनाडाई प्रसारणकर्ता को दिये साक्षात्कार में मैके ने आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या और अमेरिका में पन्नू की हत्या का असफल प्रयास एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं।
मैके ने दावा किया, ‘‘कल ही अमेरिका में आरोपपत्र और आरोप, तथा उससे पहले 29 नवंबर 2023 को जारी किया गया आरोपपत्र, पूरे उत्तर अमेरिका, कनाडा और अमेरिका में कई व्यक्तियों की हत्या करने के लिए दिल्ली से शुरू हुई एक ही साजिश का विस्तृत चित्रण करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप उन दो आरोपपत्रों को, जारी किए गए साक्ष्यों और सोमवार को रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस द्वारा की गई टिप्पणियों के साथ जोड़ देते हैं तो आपके सामने इस बारे में असल में एक बहुत ही स्पष्ट तस्वीर आ जाएगी कि पिछले एक साल से क्या कुछ हो रहा है।’’
अमेरिका ने पिछले साल अमेरिकी धरती पर पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश में भारत के पूर्व सरकारी अधिकारी विकास यादव की संलिप्तता का आरोप लगाया है।
भारत ने आरोपों की जांच के लिए एक उच्च तकनीकी समिति गठित की है।
न्यूयॉर्क में अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने यादव पर भाड़े के अपराधियों की मदद से पन्नू की हत्या को अंजाम देने का प्रयास करने और धन शोधन की साजिश के आरोप दर्ज किये हैं।
पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभवत: संलिप्तता थी। उनके आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंधों में अत्यधिक तनाव में आ गया। वहीं, नयी दिल्ली ने ट्रूडो के आरोपों को ‘‘बेतुका’’ बताते हुए खारिज कर दिया।
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