वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप के कार्यालय संभालने के बाद कड़ी इमिग्रेशन नीतियों का एलान किया गया है. अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट (ICE) द्वारा तैयार की गई सूची में 1.45 मिलियन लोगों का निर्वासन तय किया गया है, जिनमें से 18,000 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं. इन भारतीयों में अधिकांश लोग अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करने वाले लोग हैं.
पिछले तीन सालों में लगभग 90,000 भारतीयों को अमेरिका में अवैध तरीके से प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था, जिनमें अधिकतर लोग पंजाब, गुजरात और आंध्र प्रदेश से आते हैं. हालांकि, भारत सबसे अधिक अवैध प्रवासियों वाला देश नहीं है. अमेरिका के पड़ोसी देशों जैसे होंडुरस और ग्वाटेमाला शीर्ष पर हैं, जहां क्रमशः 2,61,000 और 2,53,000 अवैध प्रवासी हैं.
भारतीय प्रवासियों के लिए वैधता प्राप्त करने की प्रक्रिया में कई प्रशासनिक चुनौतियाँ हैं, जिनमें कई बार दो से तीन साल का इंतजार करना पड़ता है. ट्रंप ने ऐलान किया है कि अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ी निर्वासन प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसमें कई भारतीयों को निर्वासित कर भारत भेज दिया जाएगा. इसके अलावा, भारत को निर्वासन प्रक्रिया में "असहयोगी" देशों की सूची में शामिल किया गया है, जिससे कूटनीतिक रिश्तों में और चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं.