जयपुर, 15 सितम्बर राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने कोविड-19 की दो अलग-अलग जगहों पर की गई की रिपोट्र अलग-अलग आने से पैदा हुए संदेह को दूर करने के लिये जांच की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि सांसद बेनीवाल ने लोकसभा सत्र शुरू होने से पहले दिल्ली में कोविड-19 की जांच में संक्रमण की पुष्टि होने और जयपुर में हुई जांच में संक्रमित नहीं होने की बात सामने आने पर इसकी जांच कराने की मांग की है।
यह भी पढ़े | केंद्र सरकार ने कहा, लॉकडाउन में Fake News के कारण प्रवासी श्रमिकों ने किया पलायन.
राजग की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक बेनीवाल ने कहा कि उन्हें दुख हुआ और आश्चर्य हुआ कि ना तो केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ना ही लोकसभा सचिवालय ने इस मामले में कोई स्पष्टीकरण दिया है।
बेनीवाल के जुलाई में संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, और इलाज के बाद वह संक्रमण मुक्त हो गए थे। उन्होंने लोकसभा परिसर में 11 सितम्बर को फिर से जांच करवाई और 13 सितम्बर को उन्हें फोन पर संक्रमित होने की सूचना मिली।
उस वक्त जयपुर में मौजूद बेनीवाल ने तुरंत सवाई मानसिंह चिकित्सालय में अपना कोविड-19 जांच कराया, जिसमें उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई।
उन्होंने जयपुर में कोविड-19 जांच के साथ-साथ एंटीबॉडी जांच भी कराया।
सांसद ने कहा कि जयपुर के एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार उनके शरीर में कोविड-19 के एंडीबॉडी विकसित हो गए हैं, ऐसे में दिल्ली की आईसीएमआर में उनकी जांच रिपोर्ट संक्रमण की पुष्टि कैसे हुई।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आईसीएमआर की जांच गलत है और इसकी विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खडे हो रहे हैं।’’
बेनीवाल ने 'पीटीआई ' से कहा, ‘‘मैं राजग परिवार का सदस्य हूं और मुझे उम्मीद थी कि केंद्र सरकार मेरा ख्याल रखेगी। लेकिन मुझे इस बात का दुख है कि नातो स्वास्थ्य मंत्रालय और नाहीं लोकसभा सचिवालय ने इस मामले पर संज्ञान लिया। मुझे घर में पृथकवास में रहने के लिए कहा गया। इसलिए मैं राजस्थान से संबंधित मुद्दों को उठाने के लिए लोकसभा सत्र में भाग नहीं ले पा रहा हूं।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)