नयी दिल्ली, 1 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुए संकट पर फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों से चर्चा की और इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन में जारी युद्ध व इससे बिगड़ती मानवीय स्थिति पर चिंता प्रकट की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने युद्ध के अंत और वार्ता व कूटनीति की ओर लौटने की भारत की अपील दोहराई. पीएमओ के मुताबिक चर्चा के दौरान मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत मानता है कि अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और सभी देशों की क्षेत्रीय एकता व अखंडता के प्रति सम्मान समकालीन विश्व व्यवस्था को मजबूती देता है.
प्रधानमंत्री ने रूस और यूक्रेन की बीच वार्ता का स्वागत किया तथा मुक्त और गैरबाधित मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने के साथ ही लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने पर जोर दिया. बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की ओर से युद्ध प्रभावित क्षेत्र से अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने और वहां प्रभावित लोगों के लिए दवाइयों के साथ ही आवश्यक राहत सामग्री भेजने के भारत के प्रयासों से भी राष्ट्रपति मैक्रों को अवगत कराया. पीएमओ के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डुडा से भी बात की और यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में मदद देने के लिए उनका आभार जताया. यह भी पढ़ें : West Bengal Civic Polls Results: TMC ने जीती 15 सीट, सुभेंदु अधिकारी के गढ़ कांथी नगर में भी दीदी का दबदबा
ज्ञात हो कि रूस और यूक्रेन के बीच मंगलवार को छठे दिन भी युद्ध जारी रहा. रूसी सैनिक यूक्रेन के कई शहरों में भारी बमबारी कर रहे हैं. रूस राजधानी कीव को चारों ओर से घेरने की कोशिशों में जुटा है. इसी क्रम से रूस ने कीव के टीवी टॉवर और यूक्रेन में यहूदी नरसंहार के मुख्य स्मारक समेत अन्य असैन्य स्थलों को निशाना बनाते हुए हमले किए. टीवी टॉवर पर हमलों में पांच लोगों की मौत हो गयी तथा पांच अन्य घायल हो गए हैं.