जयपुर/कोटा/बीकानेर, आठ दिसंबर किसान संगठनों द्वारा आहूत किए गए 'भारत बंद' का राजस्थान में मिला जुला असर रहा। राज्य की सारी अनाज मंडिया व प्रमुख बाजार बंद रहे हालांकि कुछ इलाकों में दुकानें खुली दिखीं। वहीं राजधानी जयपुर में भाजपा के प्रदेश मुख्यालय के बाहर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं से झड़प हो गयी।
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई) के कार्यकर्ता मंगलवार को भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित हुए थे जहाँ भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़प हो गई। वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्षों को अलग-अलग किया।
एनएसयूआई के प्रवक्ता रमेश भाटी ने आरोप लगाया, “हम शांतिपूवक प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने हमारे कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की।”
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि कांग्रेस के 'गुंडों' ने भाजपा के मुख्यालय पर पथराव किया।
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पुलिस उपायुक्त मनोज कुमार ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने जबर्दस्ती भाजपा कार्यालय में घुसने की कोशिश की। पुलिस द्वारा उन्हें रोका गया। उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने पत्थरबाजी की किसी घटना से इंकार कर दिया।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनियां ने कहा, “भारत बंद का कांग्रेस पार्टी को समर्थन आश्यर्चजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इस बंद में सरकार के इशारे पर कांग्रेस पार्टी के गुंडे भाजपा के प्रदेश कार्यालय पर पथराव करते है।” उन्होंने इसकी निंदा की है।
वहीं दूसरी ओर केन्द्र के कृषि विधेयकों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा आहूत बंद का प्रदेश के अन्य जिलों में खासा असर नहीं दिखा। जिलों में कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान आमतौर की तरह खुले रहे।
बंद के दौरान रोडवेज की बसें, ट्रक और मिनी बसे नहीं चलीं जबकि ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा आम दिनों की तरह सडकों पर दिखाई दिये।
राजधानी जयपुर में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने समर्थकों के साथ ट्रेक्टर और अन्य वाहनों के साथ बाजारों का दौरा कर दुकानदारों को बंद में शामिल होने की अपील की।
पार्टी के युवा कार्यकर्ताओं ने जयपुर के मालवीय नगर, जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर किसानों के समर्थन में वाहन रैली निकाली। कार्यकर्ताओं ने अपने हाथों में ‘नो किसान नो फूड’ के नारों वाली तख्तियां ले रखी थीं। राजधानी में सुबह कई दुकानें खुलीं लेकिन उन्हें बंद करवाया गया। शॉपिंग मॉल और कुछ रेस्तरां भी बंद रहे।
भारत बंद के दौरान कोटा संभाग में प्रमुख बाजार और व्यवसायिक प्रतिष्ठान आंशिक रूप से प्रभावित रहे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोटा के प्रमुख बाजारों में रैली निकाल कर व्यावसायिक संगठनों और दुकानदारों से किसानों को समर्थन करने की अपील की।
कोटा संभाग के बूंदी, बांरा, झालावाड़, और कोटा के कुछ हिस्सों में बाजार ओर दुकानें बंद रहीं वहीं अन्य स्थानों पर आमतौर की तरह खुली रहीं। इसी तरह का मिला जुला असर जोधपुर और बीकानेर संभागों में भी रहा।
बीकानेर संभाग में जिला मुख्यालय के प्रमुख बाजारों में कुछ दुकानों को छोड़कर व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे। वहीं मंडिया बंद रहीं। जोधपुर संभाग में भी बंद का मिला जुला असर देखने को मिला।
पृथ्वी कुंज
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