नयी दिल्ली, नौ अक्टूबर केंद्रीय बिजली प्राधिकरण (सीईए) के प्रमुख घनश्याम प्रसाद ने बुधवार को कहा कि अगले वित्त वर्ष में अधिकतम बिजली मांग 270 गीगावाट तक और 2035 तक 446 गीगावाट तक पहुंच जाने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान लगभग 40 गीगावाट बिजली उत्पादन क्षमता जोड़ी जाएगी।
प्रसाद ने कहा कि बारिश के कारण तापमान कम रहने से इस साल अधिकतम बिजली मांग निर्धारित स्तर तक नहीं पहुंची और बिजली की उच्चतम मांग 250 गीगावाट के आसपास रही।
इस साल बिजली की उच्चतम मांग के लिए सरकार का अनुमान 260 गीगावाट का था।
सीईए प्रमुख ने '2047 तक भारतीय बिजली क्षेत्र की संभावनाओं पर विचार-विमर्श सत्र' के बारे में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह जानकारी दी। सीईए उद्योग निकाय फिक्की के साथ मिलकर 14-15 अक्टूबर को इस कार्यक्रम का आयोजन करेगा।
प्रसाद ने कहा कि इस कार्यक्रम में बिजली क्षेत्र के उत्पादन, पारेषण और वितरण जैसे सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भविष्य की बिजली मांग को पूरा करने के लिए देश में पर्याप्त क्षमताएं जोड़ी जा रही हैं।
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