छत्रपति संभाजीनगर, 3 सितंबर : महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के हिंगोली जिले में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव होने के बाद 200 से अधिक लोगों को अन्यत्र स्थानांतरित किया गया और लगभग 90 अन्य को विभिन्न इलाकों से बचाया गया जबकि पड़ोसी नांदेड़ जिले में दो लाख हेक्टेयर से अधिक खेती योग्य भूमि प्रभावित हुई. मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों में रविवार से भारी बारिश जारी है. वर्षाजनित घटनाओं में अब तक कम से कम चार लोगों की मौत हो चुकी है. अधिकारियों के अनुसार, नांदेड़ जिले के 45 राजस्व क्षेत्र भारी बारिश से प्रभावित हैं जबकि दो लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा. 25 से अधिक मवेशियों के मारे जाने की भी खबर है.
उन्होंने बताया कि नांदेड़ शहर, अर्धापुर, हदगांव, देग्लूर, मुदखेड, कंधार, लोहा और नायगांव में बारिश के कारण फसलें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं. नांदेड़ के जिलाधिकारी अभिजीत राउत ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बारिश रुकने के बाद फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया जाएगा. एक अधिकारी ने बताया कि भराड़, मालेगांव और दाभाद राजस्व क्षेत्रों में सोमवार को मात्र 12 घंटों में 170 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण नांदेड़ शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है. उन्होंने बताया कि वासर्णी के पंचवटी साईं बाबा कमान इलाके में एक इमारत की दूसरी मंजिल तक पानी पहुंच गया और वहां से दो लोगों को बचाया गया. उन्होंने बताया कि जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नांदेड़ जिले के कई बांधों से सोमवार को पानी छोड़ा गया. यह भी पढ़ें : Jammu and Kashmir: कांग्रेस नेता ने उमर अब्दुल्ला के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की धमकी दी
अधिकारी ने बताया कि विष्णुपुरी बांध के 14 गेट, अपर मनार परियोजना के 15 में से नौ गेट खोल दिए गए हैं और गोदावरी तथा मनार नदियों में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि नांदेड़ में विभिन्न बैराजों के गेट खुले रखे गए हैं. हिंगोली जिले में सोमवार को 218 लोगों को स्थानांतरित किया गया तथा 87 लोगों को बचाया गया. हिंगोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने मंगलवार को ‘पीटीआई-’ को बताया कि सारंगवाड़ी गांव में एक 10 वर्षीय बच्चे समेत दो लोग डूब गए. वासमत तहसील के टेंभुर्नी का रहने वाला एक व्यक्ति डूब गया और उसका शव सोमवार शाम को बरामद किया गया.