ठाणे, तीन जनवरी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शरदचंद्र पवार के नेता जितेंद्र आव्हाड ने शुक्रवार को एक पुलिसकर्मी द्वारा उनके संवाददाता सम्मेलन की रिकॉर्डिंग किये जाने पर आपत्ति जताई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर विपक्ष की निगरानी करने का आरोप लगाया।
इस दौरान उन्होंने कुछ देर तक पुलिसकर्मी को आवास पर रोके रखा।
यह घटना शहर में पूर्व मंत्री आव्हाड के आवास पर हुई, जहां उन्होंने मीडियाकर्मियों को बुलाया था। आव्हाड ने सादे कपड़े पहने एक व्यक्ति को सम्मेलन का वीडियो रिकॉर्ड करते हुए देखा तो उन्होंने उससे पहचान बताने के लिए कहा। उस व्यक्ति ने बताया कि वह ठाणे पुलिस की विशेष शाखा से है।
आव्हाड ने कहा, “पुलिस विपक्षी नेताओं पर नजर क्यों रख रही है? हमें निशाना बनाने के बजाय, उन्हें वाल्मिक कराड जैसे व्यक्तियों पर ध्यान देना चाहिए।”
उन्होंने यह टिप्पणी बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से संबंधित जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तार राकांपा नेता और राज्य सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी (कराड) को लेकर की।
आव्हाड ने पूछा, “संवाददाता सम्मेलन के दौरान पुलिस मेरे आवास में कैसे घुस सकती है? इस तरह की निगरानी से सरकार का क्या उद्देश्य है?”
उन्होंने कहा कि जब तक वरिष्ठ अधिकारी स्पष्टीकरण नहीं देते तब तक वह पुलिसकर्मी को जाने नहीं देंगे।
आव्हाड ने फोन पर एक वरिष्ठ अधिकारी से बात करने के बाद पुलिसकर्मी को जाने दिया।
आव्हाड ने संतोष देशमुख हत्याकांड को लेकर दावा किया कि बीड जिले में वाल्मिक कराड का नाम दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और अरुण गवली जैसे गैंगस्टरों से भी ज्यादा फैला हुआ है।
उन्होंने कहा कि मुंबई में उद्योगपति गैंगस्टरों से डरते थे लेकिन बीड में तो पुलिस भी कराड से डरती है।
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