अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता सुभाष रामचंद्र तुपे की पत्नी ने अहमदनगर के रहने वाले आरोपी मंगेश अरुण थोराट को व्यवसाय के लिए 61 लाख रुपये उधार दिए थे।
शिकायतकर्ता की पत्नी ने एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति के माध्यम से एक अन्य उद्यम में 1.25 करोड़ रुपये का निवेश भी किया था।
जब शिकायतकर्ता की पत्नी को उत्तर प्रदेश के व्यक्ति से बदले में कोई पैसा नहीं मिला, तो उसने थोराट को समझौते की एक प्रति सौंपी और धन की वसूली में उसकी मदद मांगी।
अधिकारी के अनुसार, थोराट को यह पता चला कि राज्य सरकार के सेवानिवृत्त इंजीनियर उसके मामा के पास बहुत पैसा है। इसके बाद थोराट ने उनसे कथित तौर पर एक करोड़ रुपये की मांग शुरू की और 61 लाख रुपये का उधार चुकाने से बचने की भी कोशिश की।
ठाणे पुलिस के जबरन वसूली विरोधी प्रकोष्ठ के वरिष्ठ निरीक्षक शेखर बागड़े ने शिकायत का हवाला देते हुए कहा कि थोराट ने अपने मामा और मामी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज कर उन्हें बदनाम करने की धमकी भी दी।
उन्होंने बताया कि तुपे की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जाल बिछाया और थोराट को नवी मुंबई के एक टोल बूथ पर गिरफ्तार कर लिया, क्योंकि उसने बुधवार को अपने मामा से एक करोड़ रुपये लिए थे।
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