मुंबई, 25 अगस्त: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पांच मंजिला आवासीय इमारत गिरने की खबर सुनते ही 64 वर्षीय मोहम्मद अली तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे ताकि वह इस इमारत में रहने वाली अपनी बेटी और उसके बच्चों की स्थिति जान सकें, लेकिन अब तक उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. अली रायगढ़ जिले के मंदानगढ़ के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें ढही इमारत तारक गार्डन में रहने वाली अपनी बेटी और उसके तीन बच्चों की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा, "मुंबई में रहनेवाले मेरे बेटे ने मुझे सोमवार रात फोन करके इमारत गिरने की जानकारी दी. मैं तत्काल मंदानगढ़ से यहां के लिए रवाना हो गया." मंदानगढ़ घटनास्थल से 40 किलोमीटर दूर है और अली सोमवार रात में ही यहां पहुंच गए और तब से घटनास्थल पर ही हैं. वह अपने परिजन के बारे में जानकारी पाने के लिए बेचैन हैं.
उन्होंने कहा, "मेरी बेटी अपनी पांच साल और दो साल की बेटियों और तीन साल के एक बेटे के साथ यहां रहती है. मुझे उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. अधिकारी मुझे मलबे में उनकी तलाश करने नहीं दे रहे हैं." इस पांच मंजिला इमारत के गिरने के एक दिन बाद भी मलबे के नीचे दबे लोगों की तलाश की जा रही है क्योंकि पुलिस के मुताबिक 19 लोग अब भी लापता हैं.
राज्य आपदा प्रबंधन इकाई के मंत्रालय राज्य नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि महाड तहसील के काजलपुरा में तारक गार्डन नाम की इमारत सोमवार देर शाम करीब सात बजे ढह गयी. अधिकारी ने बताया कि इमारत में करीब 40 मकान थे. उन्होंने बताया कि सुरक्षित निकाले गए लोगों को मुंबई से करीब 170 किलोमीटर दूर महाड के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)