विदेश की खबरें | ईरान के सर्वोच्च नेता ने इजराइल पर मिसाइल हमले की सराहना की; कहा: जरूरत पड़ी तो फिर किया जाएगा
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

खामेनेई ने पांच साल में पहली बार, शुक्रवार की नमाज के दौरान नेता के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए मिसाइल हमले को ईरान के सशस्त्र बलों का एक ‘‘शानदार’’ काम करार दिया।

मंगलवार को ईरान ने इजराइल पर कम से कम 180 मिसाइलें दागीं, जो दोनों देशों तथा उनके सहयोगियों के बीच तेजी से बढ़ते हमलों की श्रृंखला में नवीनतम है। इसके साथ ही, पश्चिम एशिया एक क्षेत्रव्यापी युद्ध की कगार पर पहुंच गया है।

इजराइल ने कहा कि उसने कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया। वहीं, वाशिंगटन में अधिकारियों ने कहा कि अमेरिकी युद्ध पोतों ने इजराइल की रक्षा में सहायता की।

ईरान ने कहा है कि उसकी ज्यादातर मिसाइलों ने अपने लक्ष्य को भेदा।

खामेनेई (80) ने तेहरान के मुख्य नमाज स्थल मुसल्ला मस्जिद में हजारों लोगों को संबोधित करते हुए, 40 मिनट के अपने भाषण में कहा कि लगभग एक साल पहले 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजराइल पर हमास के नेतृत्व में किया गया हमला फलस्तीनी लोगों की एक वैध कार्रवाई थी।

उन्होंने कहा कि मंगलवार को किया गया मिसाइल हमला अंतरराष्ट्रीय कानून, देश के कानून और इस्लामी मान्यताओं पर आधारित था। उन्होंने अफगानिस्तान से लेकर यमन, और ईरान से लेकर गाजा एवं यमन तक के देशों से दुश्मन के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार रहने का आग्रह किया। साथ ही ऐसी कार्रवाई करने के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की सराहना की।

उन्होंने कहा, ‘‘लेबनान और फलस्तीन में प्रतिरोध करने वाले हमारे लोग, आप बहादुर लड़ाके, वफादार और संयमी हैं...ये शहादतें और जो खून बहा है, उससे आपका दृढ़ संकल्प नहीं डगमगाना चाहिए, बल्कि आपको और अधिक दृढ़ बनाना चाहिए।’’

खामेनेई ने अरब देशों को संबोधित करते हुए अपना आधा भाषण अरबी में दिया।

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