वाशिंगटन, चार अक्टूबर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत प्रस्तावित सामाजिक सुरक्षा समझौते पर अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखेगा और इसमें समय लगेगा।
प्रस्तावित समझौते का मकसद प्रवासी भारतीयों के लिए अमेरिका की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का भुगतान करने की आवश्यकता को खत्म करना है।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को पहले ही सुलझा लिया जाना चाहिए था, जब ऐसा करना अपेक्षाकृत आसान था।
गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''अब (अमेरिकी) वित्त विभाग द्वारा जमा किए गए धन का आयाम इतना बड़ा है कि किसी भी सरकार के लिए यह एक बड़ा निर्णय होगा।''
उन्होंने कहा कि जब 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई, तो देश ने इस मामले पर अमेरिका के साथ चर्चा की थी।
गोयल ने कहा, ''यह विषय बहुत लंबे समय से उलझा हुआ है और तुरंत हल नहीं होने वाला है... इसलिए हम अमेरिका के साथ बातचीत जारी रखेंगे... इसमें समय लगेगा।''
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन सरकार ने भारत में सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों के बारे में देश को विस्तृत प्रश्नावली भेजी थी, जिनका जवाब दे दिया गया है।
उन्होंने कहा, ''हमने उनके साथ जो सामाजिक सुरक्षा कवरेज का ब्योरा साझा किया है, उसके अनुसार भारत में लगभग 93 करोड़ लोग शामिल हैं। यह आवश्यक सीमा से अधिक है। इसलिए हम सामाजिक सुरक्षा समझौते पर बातचीत और समाधान के लिए पात्र हैं।''
गोयल और अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो ने बृहस्पतिवार को यहां छठी वाणिज्यिक वार्ता की थी। दोनों मंत्रियों ने बैठक में सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला, नवाचार प्रतिबद्धता, ऊर्जा-उद्योग तंत्र और समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचे में हुई प्रगति की समीक्षा की।
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