नयी दिल्ली, एक अगस्त केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और असम राइफल्स के 47 हजार कर्मियों ने पिछले पांच वर्षों में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली है तथा 6336 ने सेवा से इस्तीफा दे दिया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में कांग्रेस सदस्य मणिकम टैगोर के लिखित प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी।
टैगोर ने अर्धसैनिक बलों में कामकाज के हालात का हवाला देते हुए सवाल किया था कि क्या यह सच है कि विगत पांच वर्षों में सीएपीएफ के 50 हजार से अधिक लोगों ने सेवा छोड़ दी?
इसके उत्तर में राय ने पिछले पांच वर्षों के आंकड़े प्रस्तुत किए, जिसके अनुसार वर्ष 2018 से 2022 के दौरान अर्धसैनिक बलों के कुल 47000 कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली, तो 6336 ने इस्तीफा दे दिया।
मंत्री ने बताया कि इस अवधि में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सबसे अधिक 21692 लोगों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली। इसके साथ ही, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 13027 कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली।
टैगोर के एक और प्रश्न के उत्तर में गृह राज्य मंत्री ने बताया कि वर्ष 2018 से 2022 के दौरान सीएपीएफ और असम राइफल्स के 658 कर्मियों ने अपनी जान ले ली। इनमें सीआरपीएफ के 230, बीएसएफ के 174, आईटीबीपी के 51 और असम राइफल्स के 47 कर्मी शामिल थे।
मंत्री ने बताया कि सीएपीएफ और असम राइफल्स के लोगों के कामकाजी हालात में सुधार करने और सुविधाएं बढ़ाने का काम सरकार द्वारा निरंतर किया जा रहा है।
उन्होंने सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों का उल्लेख भी किया।
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