इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने सोमवार देर रात बताया कि शहर क्षेत्र के कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला लालपुरा में चार मंजिला एक मकान में चार भाई अपने अपने परिवार के साथ एक-एक मंजिल पर रह रहे थे. उन्होंने बताया कि इनमें से आभूषण व्यापारी मुकेश वर्मा की पत्नी रेखा (40), उनकी दो बेटियों भव्या (22), काव्या (17) और बेटे अभीष्ट (12) के शव अलग-अलग कमरों में पड़े मिले.
उन्होंने बताया कि यह घटना तब सामने आई जब सोमवार की शाम मुकेश वर्मा ने अपनी पत्नी और बच्चों के शवों के फोटो अपने मोबाइल फोन के स्टेटस पर अपलोड किए. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार, स्टेटस देखने के बाद मकान में रह रहे भाइयों ने कमरों की जांच की तो वहां शव देख कर हड़कंप मच गया. मुकेश वर्मा घर पर नहीं था, वह आत्महत्या करने के लिए इटावा रेलवे स्टेशन पर था. यह भी पढ़ें : मणिपुर हिंसा: जिरिबाम में तनावपूर्ण स्थिति के बीच निषेधाज्ञा लागू और गश्त भी जारी
कुमार ने बताया कि मुकेश वर्मा को मरुधर एक्सप्रेस के आगे कूदता देख लोगों ने शोर मचाया. ट्रेन रुकने के बाद प्लेटफार्म पर मौजूद आरपीएफ के जवानों ने उसे ट्रेन के नीचे रेलवे ट्रैक के बीच से निकाला. मुकेश वर्मा को मामूली चोटें आई हैं. एसएसपी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.