इंदौर (मध्यप्रदेश), 17 दिसंबर लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंगलवार को कहा कि देश में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जाने पर पांच साल तक बिना किसी रुकावट के विकास के काम हो सकेंगे।
उन्होंने चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान वाले विधेयक की पैरवी करते हुए यह बात कही। सरकार ने इस विधेयक को विपक्षी दलों के भारी विरोध के बीच मंगलवार को निचले सदन में पेश किया और कहा कि इस पर व्यापक विचार-विमर्श के लिए इसे संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास भेजा जाएगा।
महाजन ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर यह विधेयक कानून बनकर अमल में आ जाए, तो अच्छी बात होगी क्योंकि पांच साल तक बिना किसी अवरोध के विकास के काम हो सकेंगे। देश की सभी सरकारें विकास का ठोस कार्यक्रम लेकर आगे बढ़ सकेंगी।’’
उन्होंने कहा कि इस विधेयक को अभी लम्बा सफर तय करना है, लेकिन यह अच्छी बात है कि इस पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह विधेयक संसद में पारित होने के बाद तुरंत ही अमल में नहीं आ जाएगा और इसके क्रियान्वयन के लिए धीरे-धीरे कदम उठाए जाएंगे।
विधेयक को लेकर विपक्षी दलों के विरोध पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा,‘‘विपक्ष को सोचना पड़ेगा कि देश में एक जमाने में चुनाव एक साथ होते थे और मध्यावधि चुनावों की स्थितियां क्यों बनीं?’’
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