चंडीगढ़, 24 नवंबर हरियाणा सरकार महर्षि वाल्मीकि, संत कबीर, गुरु रविदास और संविधान निर्माता डॉ बी आर आंबेडकर जैसे महान संतों और विद्वानों के विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए प्रमुख शहरों में 'समरसता विरासत केंद्र' स्थापित करेगी। राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को यह जानकारी दी।
सैनी ने कहा कि सरकार महर्षि वाल्मीकि और अन्य संतों के संदेशों को नयी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए राज्य स्तर पर उनकी जयंती मना रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके लिए संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना शुरू की है। इस योजना के तहत राज्य स्तर पर संतों और महापुरुषों की जयंती मनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने जींद में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार अब प्रमुख शहरों में समरसता विरासत केंद्र स्थापित करेगी।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक सैनी ने इस अवसर पर नरवाना में महर्षि वाल्मीकि भवन के लिए 51 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हिसार में छात्रावास बनाने के लिए भी सहायता दी जाएगी।
सैनी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने मानवता को शोषितों तथा पीड़ितों के प्रति दया और करुणा का भाव रखने की शिक्षा दी।
उन्होंने कहा कि सरकार महर्षि वाल्मीकि द्वारा दी गई शिक्षाओं का पालन करते हुए हरियाणा के प्रत्येक नागरिक के कल्याण और उत्थान के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाओं, आदर्शों और सिद्धांतों के अनुरूप तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में वंचित लोगों के उत्थान के लिए काम किया है।
सैनी ने कहा कि राज्य सरकार ने पार्टी घोषणापत्र में किए गए वादे को पूरा करते हुए अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया है: 'वंचित अनुसूचित जातियां' (डीएससी) और 'अन्य अनुसूचित जातियां'।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सफाई कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया है। सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर पांच लाख रुपये तथा सीवरेज कार्य करते समय मृत्यु होने पर 10 लाख रुपये की बीमा राशि का प्रावधान किया गया है।
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