नयी दिल्ली, 21 दिसंबर : राज्यसभा में बृहस्पतिवार को सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्षी दल कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें "कांग्रेस घास" से एलर्जी है.‘कांग्रेस घास’ विदेशी प्रजाति का एक पौधा है. गोयल ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव से यह सवाल किया कि 'कांग्रेस घास' से कैसे एलर्जी होती है? उस समय यादव विदेशी प्रजाति के पौधों के उन्मूलन को लेकर एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
गोयल ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, "जब मैं एक डॉक्टर के पास गया, तो मुझे कहा गया कि मुझे 'कांग्रेस घास' से एलर्जी है. मैं चाहता हूं कि मंत्री इस बात पर प्रकाश डालें कि 'कांग्रेस घास' से कैसे एलर्जी होती है." इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मंत्री (यादव) ऐसी जगह से आते हैं जहां यह (पौधा) एक बड़ी चुनौती था. उन्होंने गोयल से कहा, "मंत्री को इस बारे में पूरी जानकारी है. आप मंत्री से अलग से बात करें। वह समाधान भी सुझाएंगे."
यादव राजस्थान से आते हैं. गोयल ने जोर दिया कि पर्यावरण मंत्री "कांग्रेस घास" के बारे में सदन के सभी सदस्यों के साथ जानकारी साझा करें. यादव ने कहा कि वह सभापति के निर्देश का पालन करेंगे और इस मुद्दे पर गोयल से अलग से मिलेंगे. ‘कांग्रेस घास’ या पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस उष्णकटिबंधीय अमेरिकी प्रजाति का पौधा है जो 1955 में भारत आया था. माना जाता है कि यह खरपतवार अमेरिका से गेहूं के आयात के जरिए भारत आया था. पहली बार, 1955 में पुणे में इसे देखा गया था और फिर यह खरपतवार तेजी से देश में फैल गया। इसे गाजर घास भी कहा जाता है और यह मानव, पशुओं तथा मिट्टी के लिए हानिकारक होता है.
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