लखनऊ, तीन सितंबर: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (SP) ने रविवार को एक दूसरे पर मऊ जिले की घोसी विधानसभा के उपचुनाव को प्रभावित करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी को अलग-अलग पत्रक सौंपकर हस्तक्षेप की मांग की है. यह भी पढ़ें: One Nation-One Election: पहले दी सहमति फिर बाद में किया इनकार, अधीर रंजन चौधरी पर किसका दबाव?
भाजपा मुख्यालय से दी गयी जानकारी के अनुसार, रविवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल पार्टी के प्रदेश महामंत्री राम प्रताप सिंह के नेतृत्व में राज्य निर्वाचन अधिकारी से मिला और उनको पत्रक सौंपकर समाजवादी पार्टी द्वारा घोसी उपचुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया.
भाजपा ने अपने पत्रक में घोसी विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पर दलित बस्तियों में पैसा बांटने का आरोप लगाया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी के हस्ताक्षर वाले पत्रक में कहा गया है कि घोसी विधानसभा उप चुनाव में सपा प्रत्याशी और संगठन द्वारा मतदाताओं को खरीदने का कार्य किया जा रहा है.
इसमें आरोप लगाया है कि सपा प्रत्याशी द्वारा मुस्लिम और दलित बहुल मतदान केंद्रों एवं गांवों में पैसे बांटे जा रहे हैं. भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मांग की है कि ‘‘सपा द्वारा धन वितरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए’’ और इसके लिए पुलिस अधीक्षक एवं जिलाधिकारी को निर्देश देने की भी मांग की गयी है.
इस बीच, समाजवादी पार्टी ने भी भाजपा पर उपचुनाव को ''प्रभावित करने की कोशिश'' करने का आरोप लगाते हुए राज्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा. सपा मुख्यालय द्वारा रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में सपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपा.
राज्य निर्वाचन अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि घोसी विधानसभा क्षेत्र में पुलिस अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाकों और सपा समर्थक मतदाताओं के घरों में बिजली के तार काट रही है. उसने आरोप लगाया कि पुलिस थाना घोसी में बुलाकर सीओ, थानाध्यक्ष, उप निरीक्षक, आरक्षी भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए अल्पसंख्यकों सहित सपा समर्थक मतदाताओं को प्रताड़ित कर रहे है और भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने अथवा मतदान में भाग न लेने की हिदायत दी जा रही हैं.
बयान के अनुसार, ‘‘पूरे निर्वाचन क्षेत्र में पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन आतंक का माहौल बना रहा है.’’ ज्ञापन के अनुसार, ‘‘दो सितंबर से निर्वाचन संपन्न होने तक घोसी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 15 पुलिस उपनिरीक्षक व 83 हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल तथा 50 महिला आरक्षियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिनमें यादव और मुस्लिम नहीं है.’’
इसमें आरोप लगाया कि यह सूची भाजपा सरकार के मंत्रियों, नेताओं के इशारे पर बनाई गई है.
सपा ने कहा, ‘‘ घोसी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन द्वारा अल्पसंख्यकों, सपा समर्थक मतदाताओं को प्रताड़ित किये जाने की कई शिकायतें जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी (उत्तर प्रदेश) और मुख्य चुनाव आयुक्त (भारत निर्वाचन आयोग, नयी दिल्ली) से की गई है. इसके बावजूद पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन का तांडव जारी है. इससे भारत निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिह्न लग गया है.’’
घोसी सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान पांच सितंबर को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा और मतों की गिनती आठ सितंबर को होगी. घोसी सीट 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट से विजयी हुए प्रमुख ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) नेता दारा सिंह चौहान के हाल में भाजपा में शामिल होने और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र देने के कारण रिक्त हुई है.
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