नयी दिल्ली, 12 अगस्त केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय संस्थानों और निकायों से भारतीय राजमार्ग और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र में निवेश बढ़ाने का आह्वान किया। एमएसएमई मंत्रालय ने एक बयान में यह बात कही।
गडकरी के पास सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और एमएसएमई मंत्रालय दोनों का प्रभार है। वह भारत-ऑस्ट्रेलिया चैंबर ऑफ कॉमर्स और व्यापार निवेश पर महिला नवोन्मेषकों को सड़क अवसंरचना और एमएसएमई में सहयोग को लेकर संबोधित कर रहे थे।
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बयान के मुताबिक गडकरी ने देश में सड़क सुरक्षा के लिए उठाए कदमों की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि देश ने 2030 तक सड़क दुर्घटना में शून्य मौत का लक्ष्य तय किया है।
एमएसएमई मंत्रालय के बयान के अनुसार गडकरी ने वाहन और एमएसएमई क्षेत्र को देश की आर्थिक वृद्धि के दो इंजन करार दिया।
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उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में भारत और ऑस्ट्रेलिया पहले से ही सहयोग कर रहे हैं। इससे सड़कों का बेहतर डिजायन तैयार करने और लोगों को जागरुक करने में मदद मिली है।
गडकरी ने कहा कि भारतीय सड़क सुरक्षा आकलन कार्यक्रम के तहत 21,000 किलोमीटर सड़कों की सुरक्षा मानकों पर समीक्षा की गयी है। वहीं करीब 3,000 किलोमीटर सड़क का तकनीकी उन्नयन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सड़कों के इस तकनीकी उन्नयन से सड़क दुर्घटनाओं में 50 प्रतिशत तक कमी आएगी। 2030 तक देश में सड़क दुर्घटना में शून्य मौत का लक्ष्य रखा गया है।
गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए कई कदम उठाए हैं। विश्वबैंक और एशियाई विकास बैंक ने इस अभियान के लिए सात-सात हजार करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जतायी है।
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