देश की खबरें | फॉर्मूला-ई रेस मामला: बीआरएस नेता केटीआर पूछताछ के लिए ईडी के समक्ष पेश हुए

हैदराबाद, 16 जनवरी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ‘फॉर्मूला-ई रेस’ कार्यक्रम से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए बृहस्पतिवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए।

राव पिछली बीआरएस सरकार में नगर प्रशासन मंत्री थे। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में ‘फॉर्मूला-ई रेस’ की मेजबानी करना एक मंत्री के रूप में उनके सबसे पसंदीदा निर्णयों में से एक है।

ईडी के समक्ष पेश होने से पहले राव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कोई भी तुच्छ मामला, सस्ती लोकप्रियता के लिए कीचड़ उछालने की नीति या राजनीतिक तिकड़मबाजी उपलब्धि की भावना को मिटा नहीं सकती।’’

बीआरएस नेता ने दावा किया कि भले ही कोई गलत काम नहीं हुआ हो, लेकिन ‘‘द्वेष और राजनीतिक प्रतिशोध’’ से प्रेरित तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार इन शानदार कार्यक्रमों और उनसे संबंधित दस्तावेजों को अदालतों में घसीटने एवं जांच एजेंसियों के माध्यम से जांच के दायरे में लाने पर उतारू है।

राव को केटीआर के नाम से जाना जाता है। उन्हें पहले सात जनवरी को ईडी के समक्ष पेश होने के लिए समन जारी किया गया था। हालांकि, उन्होंने दो सप्ताह का समय मांगा था और बाद में उन्हें 16 जनवरी को पेश होने के लिए एक नयी तारीख दी गई थी। इसके बाद राव ईडी के समक्ष पेश हुए।

राव सुबह साढ़े 10 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे। पुलिस ने कार्यालय के पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।

बड़ी संख्या में बीआरएस नेता और कार्यकर्ता जांच एजेंसी के कार्यालय में एकत्र हुए, लेकिन बाद में पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया।

वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अरविंद कुमार और हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एचएमडीए) के पूर्व मुख्य अभियंता बीएलएन रेड्डी हाल में इसी मामले में ईडी के समक्ष पेश हुए थे।

संघीय एजेंसी की जांच हैदराबाद में 2024 में होने वाले प्रस्तावित ‘फॉर्मूला-ई रेस’ कार्यक्रम के भुगतान में कथित अनियमितताओं से जुड़ी है।

एजेंसी ने तेलंगाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की शिकायत का संज्ञान लेने के बाद हाल में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) या प्राथमिकी दर्ज की।

राव के खिलाफ जांच 2024 में होने वाले कार्यक्रम को लेकर पिछले बीआरएस शासन के दौरान ‘‘निर्धारित प्रक्रियाओं का उल्लंघन’’ करते हुए लगभग 55 करोड़ रुपये के भुगतान में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जिनमें से अधिकांश भुगतान विदेशी मुद्रा में किए गए थे।

राव ने कहा कि पारदर्शी बैंक-से-बैंक लेनदेन के माध्यम से फॉर्मूला-ई ऑपरेशन्स लिमिटेड (एफईओ) को 46 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया और एक भी रुपये का दुरुपयोग नहीं किया गया तथा एक-एक रुपये का हिसाब है।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी पर हमला करते हुए बीआरएस नेता ने कहा, ‘‘कथित भ्रष्टाचार, हेराफेरी, धन शोधन कहां है? अगर कुछ है, तो मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की अदूरदर्शिता और दूसरे वर्ष आयोजन को रद्द करने का उनका विचारहीन, एकतरफा फैसला जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि सच्चाई जल्द माननीय अदालतों समेत सभी के समक्ष सामने आ जाएगी। तब तक, हम न्याय के लिए लड़ते रहेंगे।’’

‘फॉर्मूला-ई रेस’ फरवरी 2023 में हैदराबाद में आयोजित की गई थी। रेस शुरू में 2024 में आयोजित होने वाली थी, लेकिन दिसंबर 2023 में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद इसे रद्द कर दिया गया था।

‘फॉर्मूला-ई रेस’ में कथित अनियमितताओं को लेकर एसीबी द्वारा दर्ज मामले के मुख्य आरोपी राव से एजेंसी ने नौ जनवरी को पूछताछ की थी।

दिसंबर 2024 में एसीबी ने राव, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार और सेवानिवृत्त नौकरशाह एवं एचएमडीए के पूर्व मुख्य अभियंता बीएलएन रेड्डी के खिलाफ मामला दर्ज किया।

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जो आपराधिक हेराफेरी, आपराधिक कदाचार, आपराधिक विश्वासघात और आपराधिक साजिश से संबंधित थी। इन कथित कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप सरकारी खजाने को लगभग 55 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

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