पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले पहले अमेरिकी नागरिक के नाम पर इस रॉकेट का नाम ‘न्यू ग्लेन’ रखा गया है जिसे फ्लोरिडा से प्रक्षेपित किया गया। इसने उसी पैड से उड़ान भरी जिसका उपयोग आधी सदी पहले नासा के मेरिनर और पायनियर अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष में भेजने के लिए किया गया था।
अमेजॉन के संस्थापक जेफ बेजोस द्वारा भारी फंडिंग के साथ वर्षों की मेहनत से बनाए गए 320 फुट (98 मीटर) लंबे रॉकेट से एक प्रायोगिक प्लेटफॉर्म को ले जाया गया जिसे उपग्रहों के लिए या उन्हें उनकी उचित कक्षाओं में छोड़ने के लिए डिजाइन किया गया है।
इस परीक्षण के लिए, उपग्रह के पृथ्वी की परिक्रमा करते समय दूसरे चरण के अंदर रहने की उम्मीद थी। मिशन के छह घंटे तक चलने की उम्मीद थी, फिर दूसरे चरण को अंतरिक्ष कबाड़ को कम करने के लिए नासा के अभ्यासों के अनुसार एक उच्च, बाहरी कक्षा में रहने के लिए सुरक्षित स्थिति में रखा गया।
पहले चरण के बूस्टर का लक्ष्य उड़ान के कुछ मिनट बाद अटलांटिक में एक बार्ज पर उतरना था ताकि इसे रिसाइकिल किया जा सके, लेकिन यह इससे चूक गया। हालांकि कंपनी ने इस बात पर जोर दिया कि परीक्षण उपग्रह का पहला उद्देश्य कक्षा में पहुंचना था।
ब्लू ऑरिजिन के प्रक्षेपण उद्घोषक एरियेन कॉर्नेल ने कहा, ‘‘क्या अद्भुत दिन रहा।’’
न्यू ग्लेन को सोमवार को भोर से पहले उड़ान भरनी थी, लेकिन महत्वपूर्ण पाइपलाइन में बर्फ जमने के कारण इसमें देरी हुई। रॉकेट का निर्माण अंतरिक्ष यान और अंततः अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष की कक्षा और चंद्रमा तक ले जाने के लिए किया गया है।
बेजोस द्वारा 25 साल पहले स्थापित ब्लू ओरिजिन 2021 से यात्रियों को अंतरिक्ष तक भेजती रही है जिसके लिए लोग भुगतान करते हैं।
ब्लू ओरिजिन ने केप केनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन पर स्थित ऐतिहासिक कॉम्प्लेक्स 36 का पुनर्निर्माण करते हुए न्यू ग्लेन के प्रक्षेपण स्थल पर एक अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया। यह पैड कंपनी के नियंत्रण केंद्रों और रॉकेट फैक्टरी से 9 मील दूर, नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के द्वार के बाहर है।
मिशन कंट्रोल से इस प्रक्षेपण में भाग लेने वाले बेजोस ने कार्यक्रम में अपने व्यक्तिगत निवेश का खुलासा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह ब्लू ओरिजिन को एलन मस्क के स्पेसएक्स के साथ प्रतिस्पर्धा में नहीं देखते हैं, जो लंबे समय से रॉकेट प्रक्षेपण में अग्रणी है।
यदि सब कुछ ठीक रहा तो ब्लू ओरिजिन ने इस वर्ष छह से आठ न्यू ग्लेन उड़ानों की योजना बनाई है और अगली उड़ान इसी वसंत में होगी।
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