गुवाटाही, 15 जुलाई असम में शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ लेकिन अब भी 2.10 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने एक बुलेटिन में कहा कि कछार जिले में एक और शख्स की मौत होने के बाद इस साल बाढ़ और भूस्खलन से संबंधित घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या 194 तक पहुंच गई है।
बुलेटिन में कहा गया है कि सभी नदियों का जलस्तर घट रहा है और कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है।
उसमें बताया गया है कि सबसे बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्र कछार है जहां 1.20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। इसके बाद मोरीगांव में 89,234 लोग सैलाब के पानी से प्रभावित हैं। छह जिले के आठ राजस्व क्षेत्रों के 799 गांव अब भी पानी में डूबे हुए हैं।
प्रभावित जिलों में कछार, चिरांग, दिमा-हासो, करीमगंज और तमुलपुर शामिल हैं। 10 हजार से ज्यादा लोगों ने 45 राहत शिविरों में शरण ले रखी है।
एएसडीएमए ने कहा कि 875.46 हेक्टेयर कृषि भूमि अब भी पानी में डूबी हुई है। बुलेटिन के मुताबिक, 17 सड़कें और 711 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)