विदेश की खबरें | विफलता कोई विकल्प नहीं है: सीओपी29 पर समझौते से देशों के दूर रहने पर संरा जलवायु प्रमुख ने कहा
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

बाकू (अजरबैजान), 21 नवंबर संयुक्त राष्ट्र के जलवायु प्रमुख साइमन स्टील ने जलवायु अनुकूलन में विकासशील दुनिया की मदद की खातिर प्रभावी वित्तीय पैकेज सुरक्षित करने के लिए वैश्विक एकता और महत्वाकांक्षा का आह्वान करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि ‘‘विफलता कोई विकल्प नहीं है।’’

स्टील ने कहा कि चर्चा को अंतिम रेखा तक लाने के लिए बड़े प्रयास की आवश्यकता है।

सुबह जारी किए गए जलवायु वित्त पाठ के मसौदे पर संयुक्त राष्ट्र जलवायु प्रमुख ने कहा कि अभिसरण क्षेत्रों के बावजूद महत्वपूर्ण मतभेद बने हुए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘वित्त वृद्धि आवश्यक है: यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी पक्ष 1.5 डिग्री सेल्सियस के अनुरूप नयी राष्ट्रीय योजनाएं बना सकें - जैसा कि उन्हें करना ही चाहिए।’’

स्टील ने चेतावनी दी कि सीओपी29 में समझौते पर देरी अगले साल ब्राजील में सीओपी30 की राह को जटिल बना सकती है।

उन्होंने आग्रह किया, ‘‘इस सीओपी को जलवायु आपदा की स्थिति में न्याय अवश्य देना चाहिए।’’

स्टील ने कहा, ‘‘अपनी नजरें बड़ी तस्वीर पर रखें। यह कभी न भूलें कि क्या दांव पर लगा है।’’

सीओपी29 के तहत बृहस्पतिवार सुबह विकासशील दुनिया के लिए नए जलवायु वित्त पैकेज पर एक मसौदा पाठ जारी किया गया। यह 25 पृष्ठों से घटकर 10 का हो गया है, लेकिन प्रमुख मुद्दे अब भी बने हुए हैं।

संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन समाप्त होने में डेढ़ दिन से भी कम समय बचा है और वार्ताकारों को किसी समझौते पर पहुंचने की बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

पाठ से पता चलता है कि विकसित देश अब भी इस महत्वपूर्ण सवाल से बच रहे हैं कि वे 2025 से वार्षिक तौर पर विकासशील देशों को कितना जलवायु वित्त प्रदान करने के लिए तैयार हैं।

इससे विकासशील देशों को काफी निराशा हुई है, जिन्होंने बार-बार कहा है कि बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए उन्हें कम से कम 1.3 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की जरूरत है।

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