मुंबई, 20 अप्रैल : शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को दावा किया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 2019 में उनसे कहा था कि वह दोनों दलों के बीच सत्ता बंटवारे के तहत उनके बेटे आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के रूप में तैयार करेंगे. ठाकरे ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने उनसे कहा था कि वह अगले दो से तीन साल में केंद्र की राजनीति में चले जाएंगे. मुंबई के धारावी में एक रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने दावा किया कि तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना (अविभाजित) के साथ गठबंधन करने के लिए उनके परिवार के निजी आवास मातोश्री आए थे.
उन्होंने दावा किया, ‘‘उस समय, फडणवीस को दिवंगत बाल ठाकरे के कमरे के बाहर बैठाया गया था, जबकि दोनों नेताओं (शाह और ठाकरे) ने गठबंधन के तौर-तरीकों पर चर्चा की थी.’’ उन्होंने कहा कि मुझे आश्वासन दिया गया था कि मुख्यमंत्री का पद ढाई-ढाई साल (भाजपा और अविभाजित शिवसेना के बीच) के लिए साझा किया जाएगा. ठाकरे ने बताया, ‘‘बाद में देवेंद्र फडणवीस ने मुझसे कहा कि उद्धव जी, मैं आदित्य को ढाई साल में तैयार कर दूंगा. हम उन्हें ढाई साल के बाद मुख्यमंत्री बना सकते हैं. मैंने उनसे (फडणवीस) कहा कि वह (आदित्य) अभी अपना चुनावी करियर शुरू कर रहे हैं. उसके मन में ऐसी बातें मत डालो.’’ उन्होंने कहा कि जब मैंने फडणवीस से पूछा कि उनके जैसा वरिष्ठ नेता आदित्य के नेतृत्व में कैसे काम करेगा तो उन्होंने (फडणवीस) कहा कि वह दिल्ली चले जाएंगे. यह भी पढ़ें : India Alliance Rally in Ranchi: झारखंड के रांची में आज इंडिया गठबंधन की संयुक्त रैली, ग्राउंड में लगाए गए सीएम सोरेन और केजरीवाल की जेल वाली पोस्टर (Watch Video)
ठाकरे के दावे पर भाजपा की ‘महायुति’ सरकार में वर्तमान उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि शिवसेना (यूबीटी) नेता ‘अपना दिमागी संतुलन खो चुके हैं.’ फडणवीस ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे ‘भ्रमिष्ट’ हो गए हैं. वह मतिभ्रम की स्थिति में हैं. शुरू में उन्होंने कहा कि अमित शाह ने उन्हें किसी कमरे में मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था. अब वह कहते हैं कि मैंने उनके बेटे को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था. एक झूठ को छिपाने के लिए, एक और झूठ बोला जा रहा है.’’ हालांकि, उपमुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि उन्होंने ठाकरे से कहा था कि आदित्य को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए, क्योंकि वह अंततः एक दिन पार्टी (शिवसेना) की कमान संभालेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (आदित्य को) मुख्यमंत्री बनाना तो दूर, मैं उन्हें मंत्री भी नहीं बनाता. वह (आदित्य) बाद में मंत्री बने (जब महा विकास आघाडी सत्ता में आई) जिसके कारण आज शिवसेना (यूबीटी) की मौजूदा स्थिति खराब हो गई है.’’ अपने भाषण में, ठाकरे ने शाह के साथ बातचीत के दौरान ‘किसी कमरे’ के संदर्भ के लिए फडणवीस की आलोचना की और कहा कि बाल ठाकरे का कमरा एक मंदिर की तरह है. बाद में फडणवीस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हम दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का सम्मान करते हैं, क्योंकि वह हमेशा अपने वचन के प्रति सच्चे थे और कभी भी अपने आदर्शों से विचलित नहीं हुए. हम उन लोगों का सम्मान नहीं करते जिन्होंने दिवंगत नेता के आदर्शों का बलिदान दिया.’