
मुंबई, 16 मार्च : देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की भविष्य की नकदी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुद्रा प्रबंधन बुनियादी ढांचे में व्यापक सुधार की परियोजना के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) और मेकॉन के साथ-साथ चार निजी क्षेत्र की कंपनियां भी दौड़ में हैं. चार निजी कंपनियां- एक्सेंचर सॉल्यूशंस, कोलियर्स इंटरनेशनल (इंडिया) प्रॉपर्टी सर्विसेज, प्राइसवाटरहाउस कूपर्स और द बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (इंडिया) हैं. आ�4%82%E0%A4%AA%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%82+%E0%A4%A6%E0%A5%8C%E0%A4%A1%E0%A4%BC+%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82', 900, 500);" href="javascript:void(0);" title="Share on Facebook">