नयी दिल्ली, 27 मई. डाबर इंडिया लिमिटेड ने बुधवार को बताया कि मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध मुनाफा 24.19 प्रतिशत घटकर 281.60 करोड़ रुपये रह गया. डाबर इंडिया ने एक नियामक सूचना में कहा कि कंपनी ने साल भर पहले 371.49 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था. समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय 12.34 प्रतिशत घटकर 1,865.36 करोड़ रुपये रह गयी, जो इससे पिछले वित्तवर्ष की समान तिमाही में 2,128.19 करोड़ रुपये थी.
डाबर इंडिया के सीईओ मोहित मल्होत्रा ने कहा, ‘‘चौथी तिमाही में शुरुआत अवसरों का सफलतापूर्वक दोहन करते हुए सकारात्मक रुख के साथ शुरुआत हुई। हालांकि, मार्च में कोविड-19 का प्रकोप हुआ, इसके बाद देशव्यापी लॉकडाऊन हुआ, जिससे हमारे व्यापार में गंभीर रुकावट आई और मार्च 2020 के दूसरे पखवाड़े में लगभग ठहरराव की स्थिति कायम हो गयी.’’यह भी पढ़े | टिड्डी दल का आक्रमण: टिड्डियों से जुड़ी ये बातें शायद ही जानते होंगे आप, एक बार जरुर पढ़ें.
कंपनी के अनुसार, ‘‘अगर कोविड-19 न हुआ होता तो तिमाही राजस्व में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि और शुद्ध मुनाफे में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने के मार्ग पर अग्रसर थी. वित्तवर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में डाबर इंडिया का कुल खर्च 1,580.49 करोड़ रुपये रहा, जो पहले के 1,729.59 करोड़ रुपये के खर्च से 8.62 प्रतिशत कम है.
वित्तवर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 1,447.92 करोड़ रुपये पर इससे पिछले साल के स्तर पर लगभग अपरिवर्तित था। इससे पिछले साल मुनाफा 1,446.25 करोड़ रुपये था. डाबर इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष अमित बर्मन ने कहा, ‘‘हमारी लाभांश भुगतान नीति को जारी रखते हुए, बोर्ड ने प्रति शेयर 1.60 रुपये के लाभांश का प्रस्ताव रखा है, जो 282.74 करोड़ रुपये बनता है.’’
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