शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल सानी ने कतर की राजधानी दोहा में समझौते की घोषणा की, जहां कई सप्ताह से वार्ताएं हो रही थीं। उन्होंने कहा कि संघर्ष विराम समझौता रविवार से लागू होगा।
इजराइल और हमास ने गाजा पट्टी में विनाशकारी युद्ध को रोकने के लिए संघर्ष विराम समझौते पर सहमति जताई। कई अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इसके साथ ही दो चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच सबसे घातक और विनाशकारी युद्ध खत्म होने की संभावना बढ़ गई है।
कतर की राजधानी दोहा में कई हफ्तों की बातचीत के बाद हुए इस समझौते में हमास की ओर से चरणबद्ध तरीके से बंधकों की रिहाई, इजराइल में सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और गाजा में विस्थापित हजारों लोगों को वापस लौटने की अनुमति देना शामिल है।
समझौते के तहत, क्षेत्र में अत्यंत आवश्यक मानवीय सहायता भी पहुंचाई जाएगी।
अमेरिका के तीन अधिकारियों और हमास के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि समझौता हो गया है। दूसरी ओर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि समझौते का अंतिम विवरण अभी भी तैयार किया जा रहा है।
दोहा में मौजूद तीनों अमेरिकी अधिकारियों और हमास ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर यह जानकारी दी।
नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उसे उम्मीद है कि समझौते के "विवरण को आज रात अंतिम रूप दे दिया जाएगा।”
वार्ता से परिचित एक इजराइली अधिकारी ने कहा कि ये विवरण फलस्तीनी कैदियों की सूची की पुष्टि करने पर केंद्रित हैं, जो फिलहाल इजराइलियों पर घातक हमलों के लिए लंबी सजा काट रहे हैं। समझौते के तहत इन कैदियों को मुक्त किया जाना है। किसी भी समझौते को नेतन्याहू के मंत्रिमंडल की मंजूरी की जरूरत होगी।
इस समझौते के तहत युद्ध को पहले, छह सप्ताह के लिए रोकने की उम्मीद है, जिसके साथ ही युद्ध को पूरी तरह समाप्त करने पर बातचीत शुरू होगी।
तीन बच्चों के पिता फलस्तीनी व्यक्ति आबिद रदवान ने युद्धविराम समझौते के बारे में कहा, "मेरे और गाजा के लोगों के जीवन का सबसे अच्छा दिन। अल्लाह का शुक्र है।”
रदवान एक वर्ष से अधिक समय से बेइत लाहिया शहर से विस्थापित होकर गाजा सिटी में शरण लिए हुए हैं।
इजराइल में, सैकड़ों प्रदर्शनकारी तेल अवीव में इजराइल के सैन्य मुख्यालय के बाहर एकत्र हुए और समझौते को पूरा करने की मांग की।
कई लोगों ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के पोस्टर ले रखे थे।
कुछ लोग इस बात से अनजान थे कि समझौता हो चुका है।
गाजा में बंधक बनाए गए ओडेड नामक व्यक्ति की बेटी शेरोन लिफ़्सचिट्ज़ ने ‘एपी’ को फोन पर बताया कि वह स्तब्ध और आभारी हैं, लेकिन जब तक वह सभी बंधकों को घर वापस लौटते नहीं देख लेतीं तब तक विश्वास नहीं करेगी।
हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर हमला कर दिया था, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे और 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था।
इसके बाद इजराइल ने जवाबी हमले किये, जिसमें फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार 46,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए थे। इसके अलावा गाजा की अनुमानित 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई और मानवीय संकट पैदा हो गया।
नवंबर 2023 में हुए एक सप्ताह के संघर्ष विराम के दौरान गाजा से 100 से अधिक बंधकों को रिहा किया गया था।
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