नयी दिल्ली, 18 जुलाई कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत की ‘‘भगवान’’ वाली टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष किया और कहा कि ‘नागपुर द्वारा अग्नि मिसाइल दागी गई जिसका निशाना लोक कल्याण मार्ग था।’
आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में स्थित है और ‘सात लोक कल्याण मार्ग’ प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास है।
भागवत ने एक कार्यक्रम में बृहस्पतिवार को कहा कि कि आत्म-विकास के क्रम में एक व्यक्ति ‘‘सुपरमैन’’, फिर ‘‘देवता’’ और ‘‘भगवान’’ बनना चाहता है, लेकिन कुछ भी निश्चित नहीं है कि आगे क्या होगा तथा विकास का कोई अंत नहीं है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भागवत की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा, ‘‘मुझे यक़ीन है कि स्वयंभू नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री को इस ताज़ा अग्नि मिसाइल की ख़बर मिल गई होगी, जिसे नागपुर ने झारखंड से लोक कल्याण मार्ग को निशाना बनाकर दागा है।’’
विपक्षी दलों से जुड़े कई लोगों ने भी सोशल मीडिया पर इसी तरह के कुछ कटाक्ष किए।
झारखंड के गुमला जिले में ‘विकास भारती’ द्वारा आयोजित ग्राम-स्तरीय कार्यकर्ता बैठक को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख भागवत ने कहा कि लोगों को मानव जाति के कल्याण के लिए लगातार काम करना चाहिए, क्योंकि विकास और मानव महत्वाकांक्षा का कोई अंत नहीं होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मानवीय गुणों को प्राप्त करने के बाद, मनुष्य अलौकिक शक्तियों के साथ सुपरमैन बनना चाहता है.. 'देवता' बनना चाहता है, 'भगवान' का दर्जा प्राप्त करना चाहता है। लेकिन भगवान कहता है कि मैं ‘विश्वरूप’ हूं।’’
उन्होंने कहा कि आंतरिक और बाहर के विकास का कोई अंत नहीं है और व्यक्ति को मानवता के लिए निरंतर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता को कभी भी अपने काम से संतुष्ट नहीं होना चाहिए।
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