नयी दिल्ली, नौ दिसंबर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए सोमवार को कहा कि उसे आत्मचिंतन करना चाहिए कि अन्य विपक्षी दल क्यों नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
संवाददाताओं से यहां बातचीत में रीजीजू ने कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दलों से भारत विरोधी ताकतों के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर दलों को लगे कि उनके नेता देशहित के खिलाफ काम कर रहे हैं तो वे इसके विरुद्ध आवाज उठाएं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को आरोप लगाया था कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का संबंध जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित एक संगठन से है, जिसने कश्मीर के एक स्वतंत्र राष्ट्र के विचार का समर्थन किया है।
रीजीजू ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी और उसके साथ ही ‘इंडी’ गठबंधन के सदस्य पहले ही कह चुके हैं कि राहुल गांधी गठबंधन को साथ लेकर चलने या गठबंधन का नेतृत्व करने में विफल रहे हैं। लेकिन, मैं उससे चिंतित नहीं हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कांग्रेस पार्टी के पतन या राहुल गांधी के नेतृत्व की नाकामी की चिंता नहीं है। मैं यह कह रहा हूं कि जब राष्ट्रीय हित की बात आती है तो हमें एकजुट होकर काम करना चाहिए।’’
रीजीजू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी अपनी आवाज उठानी चाहिए, अगर उनकी अपनी पार्टी के नेता भारत विरोधी ताकतों के साथ मिलकर काम करते पाए जाते हैं।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कुछ घटक दलों के नेताओं ने सोमवार को अदाणी विवाद को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा, गांधी ने इस मुद्दे पर एक छद्म (मॉक) ‘साक्षात्कार’ लिया जिसके तहत उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उद्योगपति गौतम अदाणी का मुखौटा पहने कांग्रेस सांसदों से प्रतीकात्मक रूप से सवाल-जवाब किये।
बाद में, रीजीजू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अदाणी की रॉबर्ट वाद्रा, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की अलग-अलग तस्वीरें भी पोस्ट कीं।
उन्होंने कहा, ‘‘तमाशा करने और जनता का पैसा बर्बाद करने के बजाय कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि लोग ‘बालक बुद्धि’ को गंभीरता से क्यों नहीं ले रहे हैं।’’
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, ‘‘अगर कांग्रेस के नेता प्रधानमंत्री मोदी जी को हराने के लिए भारत को नष्ट करना चाहते हैं, तो वे असफल होंगे। भारत-विरोधी ताकतों और उनके सहयोगियों को भारत हरा देगा।’’
भाजपा ने रविवार को दावा किया कि ‘फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (एफडीएल-एपी) फाउंडेशन’ की सह-अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी, जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित एक संगठन से जुड़ी हुई हैं।
भाजपा ने कहा कि एफडीएल-एपी फाउंडेशन ने अपने ये विचार व्यक्त किए हैं कि कश्मीर को अलग क्षेत्र माना जाए।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)