हैदराबाद, 25 दिसंबर : कांग्रेस द्वारा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर संविधान के सिद्धांतों का दुरुपयोग करने और बी.आर. आंबेडकर का अपमान करने के आरोपों पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बुधवार को कहा कि यह देश की सबसे पुरानी पार्टी है जिसने विभिन्न मौकों पर संविधान के मुख्य निर्माता का अपमान किया है. देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर यहां आयोजित समारोह में रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन आपातकाल के दौरान उसने कई नेताओं और पत्रकारों को जेल में डालकर लोकतंत्र और संविधान की भावना को कुचल दिया था.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को लोकतंत्र, संविधान और आंबेडकर पर उनकी (कांग्रेस) मान्यता की जरुरत नहीं है. कांग्रेस ने हर मौके पर बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान किया है. जब आंबेडकर ने चुनाव लड़ा तो कांग्रेस ने उन्हें (आंबेडकर को) हरवाया. मंत्री पद से इस्तीफा दिलाने के पीछे जवाहरलाल नेहरू का हाथ था.’’ रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए आंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया और न ही इस सबसे पुरानी पार्टी ने संसद के सेंट्रल हॉल में उनकी तस्वीर लगने दी. भाजपा की तेलंगाना ईकाई के अध्यक्ष किशन रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने आंबेडकर से जुड़े पांच प्रतिष्ठित स्थानों को ‘पंचतीर्थ’ घोषित कर दिया है. यह भी पढ़ें : हिमाचल से जुड़े मुद्दों पर 28 दिसंबर को केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा करेंगे: सुक्खू
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ऐसा व्यवहार किया है जैसे केवल नेहरू परिवार के सदस्यों को ही देश पर शासन करने का अधिकार है और उसने आंबेडकर से लेकर मोदी तक हर नेता का अपमान किया है. किशन रेड्डी ने कहा कि वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान लोगों को कांग्रेस और उसकी लोकतंत्र विरोधी, तानाशाही, परिवारवादी और भ्रष्ट राजनीति का असली रंग दिखाया जाना चाहिए. किशन रेड्डी ने कांग्रेस पर ऐसे समय में ये आरोप लगाए हैं जब कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में आंबेडकर के प्रति की गई कथित ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणियों के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि भाजपा संविधान को बदलने की कोशिश कर रही है.