नयी दिल्ली, 20 जून : दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से यहां सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण से संबंधित कथित भ्रष्टाचार के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने शुक्रवार को तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एसीबी ने सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) नेताओं सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को तलब किया था. जैन 6 जून को एजेंसी के समक्ष पेश हुए थे. मामला दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षाओं और भवन का निर्माण अत्यधिक लागत में करने से संबंधित कथित अनियमितताओं से जुड़ा हुआ है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त, एसीबी, मधुर वर्मा ने एक बयान में कहा कि सिसोदिया पूर्वाह्न 11 बजे एजेंसी के समक्ष पेश हुए. वर्मा ने कहा, ‘‘सिसोदिया से एक स्वतंत्र 'पंच' गवाह की मौजूदगी में पूछताछ की गई और मामले से जुड़े विभिन्न तथ्यों और परिस्थितियों के बारे में उनके जवाब दर्ज किए गए. आज की पूछताछ पूरी होने के बाद वह अपराह्न 2.30 बजे एसीबी कार्यालय से चले गए.’’ दिल्ली सरकार के स्कूलों में 12,000 से अधिक कक्षाओं या अर्ध-स्थायी संरचनाओं के निर्माण में 2,000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के आधार पर 30 अप्रैल को एसीबी द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद समन जारी किये गये.
एसीबी के समक्ष पेश होने से पहले सिसोदिया ने इस मामले को ‘राजनीति से प्रेरित’ और महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश बताया. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित है और झूठे आरोप लगा रही है. हमने उत्कृष्ट स्कूल बनाए. भाजपा सरकार स्कूलों के प्रबंधन में खराब है. दिल्ली में जलभराव है और बिजली कटौती हो रही है. भाजपा महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. भाजपा कार्यकर्ताओं को भी नहीं पता कि सरकार क्या कर रही है.’’ सिसोदिया ने दावा किया कि इस मामले में कुछ भी नहीं निकलेगा. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी अन्य मामले में हमारे खिलाफ कुछ नहीं मिला है. मैं इस मामले में एसीबी के समक्ष तथ्य रखूंगा. यह राजनीति से प्रेरित मामला है. भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इस मामले में मेरे खिलाफ आरोप लगाए थे और मैंने उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया था. वह मानहानि के मामले में जमानत पर हैं.’’ सिसोदिया को पहले 9 जून को एसीबी के समक्ष पेश होना था, लेकिन उनके वकील ने एजेंसी को सूचित किया कि वह कुछ ‘पूर्व निर्धारित’ कार्यक्रमों को लेकर व्यस्त हैं. वह तब एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे. यह भी पढ़ें : Draupadi Murmu Birthday: जन्मदिन पर दृष्टिबाधित छात्रों का गाना सुनकर भावुक हुईं राष्ट्रपति मुर्मू, छलके आंसू, वीडियो वायरल
पिछले समन पर एजेंसी के समक्ष पेश नहीं होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा केवल प्राथमिकी दर्ज करने का खेल खेलती है. मैं (जनता के लिए) काम करता हूं.’’ आप नेता और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि आप नेताओं के खिलाफ 200 से अधिक झूठे मामले दर्ज करने सहित एक दशक से उनके खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध चल रहा है. आतिशी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पिछले 10 साल में भाजपा की ईडी, सीबीआई, आईटी (आयकर) और दिल्ली पुलिस ने आप नेताओं के खिलाफ 200 से अधिक झूठे मामले दर्ज किए हैं, लेकिन आज तक एक भी रुपया बरामद नहीं हुआ है.’’ उन्होंने आप नेता अरविंद केजरीवाल की जमानत पर सुनवाई के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसियों को ‘पिंजरे में बंद तोता’ कहे जाने वाली उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी को संस्थानों के राजनीतिक दुरुपयोग का सबूत बताया.













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