COVID-19 Vaccine: चीन ने कोरोना वैक्सीन के आपात उपयोग की मंजूरी दी, 22 जुलाई से दिया जा रहा खुराक
वैक्सीन (Photo Credits: pixabay)

बीजिंग: चीन ने कुछ चुनिंदा घरेलू कंपनियों द्वारा विकसित कोविड-19 के टीकों के आपात उपयोग की आधिकारिक अनुमति दी है. एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी. चीनी टीका प्रबंधन कानून पर आधारित आपात स्थिति उपयोग गैर मंजूर टीके को उन लोगों पर उपयोग करने की अनुमति देता है जिनके एक निश्चित अवधि में संक्रमित होने का अधिक खतरा है.

चीन के कोरोना वायरस टीका विकास कार्य बल के प्रमुख झेंग झोंगवेई ने सरकारी सीसीटीवी से शनिवार को कहा, ‘‘हमने कई योजना पैकेज बनाये हैं जिनमें मेडिकल सहमति फॉर्म, निगरानी योजना के दुष्प्रभाव, बचाव योजना, मुआवजा योजना शामिल हैं. इनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आपात उपयोग का भलीभांति नियमन हो और इसकी निगरानी हो.’’ Russia COVID-19 Vaccine: रूस ने बनाई पहली कोरोना वैक्सीन, जानें विश्व को इस दवा से कितनी है उम्मीद

उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकों के तत्काल उपयोग को 22 जुलाई को आधिकारिक रूप से पेश किये जाने के बाद एक महीना गुजरा चुका है, जबकि टीकों का क्लीनिकल परीक्षण जारी है. तब से टीके की पहली खुराक पाने वाले मरीजों ने यह खुलासा किया है कि उनमें कुछ प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिले हैं और किसी ने भी बुखार आने की बात नहीं कही है.

टीका प्रबंधन पर चीनी कानून के मुताबिक जब कोई गंभीर जन स्वास्थ्य आपात स्थिति पैदा होती है तो क्लीनिकल परीक्षणों के दौर से गुजर रहे टीकों का उपयोग सीमित दायरे में मेडिकल एवं महामारी रोकथाम कर्मियों, सीमा अधिकारियों और शहर में महामारी के खिलाफ अभियान से जुड़े अन्य लोगों की जान बचाने के लिये किया जा सकता है.

फौरी उपयोग के लिये घरेलू टीका विकसित करने वाली कंपनी सिनोफार्म ने पेरू, मोरक्को और अर्जेंटीना में टीके के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण के लिये बृहस्पतिवार और शुक्रवार को सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किये.

झेंग ने इस बात का जिक्र किया कि इन सर्दियों के मौसम में महामारी को और फैलने से रोकने के लिये टीके की उपलब्धता उन लोगों को सुनिश्चित की जाएगी जो भोजन सामग्री बाजार, परिवहन प्रणाली और सेवा क्षेत्र में काम कर रहे हैं.

शंघाई के प्रतिरक्षा विज्ञानी ताओ लीना ने रविवार को कहा कि समूचे चीन में फौरी आधार पर टीकाकरण किये जाने वाले लोगों की संख्या लाखों में हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन सटीक आंकड़े दे पाना मुश्किल है क्योंकि चीनी सेना ने जन टीकाकरण शुरू किया है लेकिन ब्योरा नहीं दिया है.’’

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