इंदौर (मध्यप्रदेश), नौ अक्टूबर देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को दुनिया के पहले ऊर्जा साक्षर नगर की पहचान दिलाने के लिए एक दिसंबर से अभियान शुरू किया जाएगा। इसके तहत करीब 35 लाख नागरिकों को अपनी आदतों में बदलाव करके कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ‘‘इंदौर क्लाइमेट मिशन’’ के नाम से शुरू होने वाले अभियान के लिए इंदौर नगर निगम ने ‘‘एनर्जी स्वराज फाउंडेशन’’ नाम के गैर सरकारी संगठन से हाथ मिलाया है।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने संवाददाताओं को बताया कि अभियान का पहला चरण एक दिसंबर से शुरू होकर 100 दिन चलेगा और इसके तहत शहरवासियों को बाकायदा प्रशिक्षण देकर कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य है कि हम इस अभियान के जरिये इंदौर को दुनिया के पहले ऊर्जा साक्षर शहर की पहचान दिलाएं।’’
मुंबई स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी ‘‘एनर्जी स्वराज फाउंडेशन’’ के प्रमुख हैं।
‘‘सोलर मैन ऑफ इंडिया’’ के नाम से मशहूर सोलंकी ने बताया, ‘‘हफ्ते में महज एक दिन बिना इस्तरी के कपड़े पहनने और बिना पका भोजन करने जैसी छोटी-छोटी आदतें अपनाकर हम काफी ऊर्जा बचा सकते हैं जिससे कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में बड़ी कमी लाई जा सकती है।’’
उन्होंने बताया कि ‘‘इंदौर क्लाइमेट मिशन’’ के तहत शहर में बिजली की मासिक खपत में सात से 10 प्रतिशत की कटौती का लक्ष्य तय किया गया है।
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