लोगों को गुमराह करने के लिए भाजपा ने रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति स्टेशन किया: राजमणि पटेल
कांग्रेस और बीजेपी (Photo Credits: File Photo)

रीवा, (मप्र), 28 नवंबर : कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल ने दावा किया है कि रानी कमलापति की शादी एक मुस्लिम व्यक्ति से हुई थी और लोगों को गुमराह करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश में एक रेलवे स्टेशन का नाम गोंड रानी के नाम पर रखा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुनर्विकसित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन करते हुए इसका लोकार्पण किया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रानी कमलापति को गोंड समुदाय का गौरव और भोपाल की अंतिम हिंदू रानी कहा था.

पटेल ने शनिवार को यहां पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि आदिवासी रानी ने एक मुस्लिम सेनापति से दोस्ती की और दूसरों पर हमला करने के लिए उसकी मदद मांगी, लेकिन बाद में उसके साथ प्रेम संबंध होने के बाद ‘‘जल समाधि’’ ले ली. उन्होंने कहा, ‘‘ भोपाल के एक स्टेशन का नाम लोगों को गुमराह करने के लिए बदल दिया गया. स्टेशन का नाम अंतिम आदिवासी रानी (भोपाल की) रानी कमलापति के नाम पर रखा गया. आम लोग नहीं जानते कि रानी कमलापति कौन थीं, वह आदिवासी थीं, उन्होंने किससे शादी की? उनकी शादी एक मुस्लिम से हुई थी, अब प्रधानमंत्री मोदी जी स्पष्ट करें कि वह शुद्ध हिंदू थीं या शुद्ध मुसलमान.’’ यह भी पढ़ें : Air pollution: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय सोमवार को करेंगे समीक्षा बैठक

कांग्रेस नेता ने भाजपा पर हिंदू और मुस्लिम के नाम पर समाज को बांटने और वोट पाने के लिए इतिहास को बदलने का आरोप लगाया. कमलापति मुस्लिम थीं, यह पूछे जाने पर पटेल ने कहा कि यह उन्हें (भाजपा) स्पष्ट करने दें. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि भाजपा के कई नेताओं के बच्चों की भी मुस्लिमों से शादी हुई है. इस माह के प्रारंभ में चौहान ने कहा था कि रानी कमलापति का राज्य अफगान सेनापति दोस्त मोहम्मद ने एक साजिश के जरिए हड़प लिया था. इसके बाद जब रानी ने देखा की जीत संभव नहीं है तो उसने अपना सम्मान बचाने के लिए जल जौहर (आत्महत्या का पारंपरिक तरीका) किया. उनके बेटे नवल शाह को भोपाल के लालघाटी इलाके में मार दिया गया था. हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने से पहले केंद्र को लिखे पत्र में मध्य प्रदेश सरकार ने कहा था कि रानी कमलापति की शादी गिन्नौरगढ़ शासक सूरज सिंह के बेटे निजाम शाह से हुई थी.