मांड्या (कर्नाटक), 9 अगस्त : कर्नाटक में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (सेक्युलर) ने मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) से जुड़े कथित भूमि घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के इस्तीफे की मांग करते हुए अपना विरोध मार्च शुक्रवार को सातवें दिन भी जारी रखा. विपक्षी दलों का आरोप है कि मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) ने उन लोगों को मुआवजे के तौर पर भूखंड आवंटित करने में अनियमितता बरती, जिनकी जमीन का ‘‘अधिग्रहण’’ किया गया है.
मुआवजे के तौर पर भूखंड प्राप्त करने वालों में सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती भी शामिल हैं. मांड्या जिले के श्रीरंगपट्टनम से सातवें दिन ‘मैसुरु चलो’ मार्च शुरू किया गया जो दस किलोमीटर तक होगा. विपक्षी दल का यह मार्च सातवें दिन ऐसे समय में हो रहा है जब कांग्रेस सिद्धरमैया के समर्थन में और विपक्ष के आरोपों और उनके पैदल मार्च का जवाब देने के लिए आज मैसूरु के महाराजा कॉलेज मैदान में एक विशाल 'जन आंदोलन' सम्मेलन का आयोजन कर रही है. यह भी पढ़ें : लखनऊ में स्कूल वैन डिवाइडर से टकराई, छह विद्यार्थी घायल
भाजपा-जद(एस) शनिवार को मैसूर पहुंचकर एक विशाल रैली आयोजित कर अपना विरोध मार्च समाप्त करेंगे. प्रदर्शन के सातवें दिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक बी वाई विजयेंद्र, पूर्व उपमुख्यमंत्री सी एन अश्वत्थ नारायण, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एवं सी टी रवि, दोनों पार्टियों के कई विधायक, नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. बड़ी संख्या में महिला श्रमिक भी आज मार्च में शामिल हुईं.