लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने रविवार को लखनऊ (Lucknow) में भगवान परशुराम के नवनिर्मित मंदिर में दर्शन पूजन किया और समाजवादी विजय यात्रा (Samajwadi Vijay Yatra) लेकर निकले. 'लखनऊ से निकला संदेश, बाइस में आ रहे अखिलेश' जैसे नारों के बीच राजधानी में अपनी समाजवादी विजय यात्रा में अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा केवल विकास की दुश्मन नहीं हैं, ये अल्पसंख्यकों के भी दुश्मन हैं. UP Elections 2022: अखिलेश यादव का बड़ा ऐलान, राज्य में SP की सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली फ्री व सिंचाई बिल माफ होगा
उन्होंने कहा, ‘‘इनको इसलिए अल्पसंख्यकों का दुश्मन कहता हूं कि जिस समय ये सरकार में आये दिल्ली की लोकसभा और उप्र की विधानसभा में बैठने के लिए एंग्लो इंडियन लोगों के लिए जो आरक्षण था, उस आरक्षण को समाप्त कर दिया."
उन्होंने कहा, ''बाबा मुख्यमंत्री विकास के साथ-साथ अल्पसंख्यकों के भी दुश्मन हैं, यूपी विधानसभा में एंग्लो इंडियन के लिए एक सीट आरक्षित थी, बाबा मुख्यमंत्री ने उसे खत्म कर दिया. जैन समाज मेहनती है, अल्पसंख्यक है, उसकी संख्या पचास लाख ही होगी. भाजपा सरकार उन पर छापे डलवा रही है और प्रताड़ित करा रही है.''
गौरतलब है कि भाजपा सरकार में विधानसभा में एंग्लो इंडियन के लिए आरक्षित सीट समाप्त कर दी गई है. यादव ने मेरठ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिये गये भाषण को लक्ष्य करते हुए कहा कि लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम समाजवादियों ने इसलिए बनाया क्योंकि हम खेल भावना को समझते हैं.
मुख्यमंत्री का नाम लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि ''बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेल सकते हैं क्या, बालिंग कर सकते हैं, बैटिंग कर सकते हैं, क्या बाबा मुख्यमंत्री विकेट कीपर बनकर बाल पकड़ सकते हैं, क्या बाबा मुख्यमंत्री कैच ले सकते हैं, क्या फील्डिंग कर सकते हैं और क्या बाबा मुख्यमंत्री लैपटॉप चला सकते हैं, क्या टैबलेट चला पाएंगे.''
यादव ने कहा कि ''पता चला कि बाबा लैपटॉप और स्मार्ट फोन भी नहीं चला पाते हैं, इसलिए हम आपसे निवेदन करना चाहते हैं कि अगर उप्र को खुशहाली के रास्ते पर ले जाना है तो योग्य सरकार बनेगी तभी उप्र खुशहाली के रास्ते पर जाएगा.''
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मेरठ के सरधना में 700 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे उत्तर प्रदेश के पहले 'मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय' का शिलान्यास करने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला करते हुए कहा कि इस पार्टी की पिछली सरकार के कार्यकाल में अपराधी और माफिया राज में अवैध कब्जों के टूर्नामेंट खेलते थे, मगर मौजूदा भाजपा सरकार अब उनके साथ 'जेल-जेल' खेल रही है.
यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि ''वह पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन पर इतने मुकदमे लगे थे. बताओ इतने मुकदमे क्या किसी मुख्यमंत्री पर लगे होंगे.''
सपा प्रमुख ने दावा किया कि ''सबसे ज्यादा अगर अपराधी और माफिया किसी पार्टी में हैं तो भारतीय जनता पार्टी में हैं.''
उन्होंने कहा कि ''आप आंकड़े उठाकर निकाल लो और अखबारों में पढि़ए अगर आज कहीं खुले माफिया घूम रहे हैं तो वह भारतीय जनता पार्टी की देन है.''
कानपुर और कन्नौज में इत्र व्यापारियों के यहां आयकर छापेमारी की चर्चा करते हुए यादव ने कहा कि ये लोग छापा इसलिए मार रहे हैं क्योंकि जैन समाज के लोग अल्पसंख्यक समाज से आते हैं, ये नहीं चाहते कि जैन लोग तरक्की करें.
उन्होंने आरोप लगाया कि छापेमारी में कानपुर में (पीयूष जैन) जो पैसा निकला वह भारतीय जनता पार्टी का था और जो दीवारों से निकला वह भाजपा का था और जो गिना गया वह भी भाजपा का था.
यादव ने दावा किया कि भाजपा बदनामी से बचने के लिए अपने गलत फैसले को सही बनाने के लिए जबर्दस्ती समाजवादियों के ऊपर उंगली उठाने का कार्य कर रही है. यादव ने कन्नौज में सपा के विधान परिषद सदस्य और समाजवादी इत्र बनाने वाले पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी की ओर इशारा किया.
उल्लेखनीय है कि आयकर ने पहले कानपुर और कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी की जिनके यहां ढाई सौ करोड़ से अधिक बेहिसाब नकदी बरामद हुई थी और इसके करीब हफ्ते भर बाद समाजवादी इत्र बनाने वाले सपा विधान पार्षद पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी की.
सपा प्रमुख ने लखनऊ में समाजवादी पार्टी की सरकारों में हुए विकास कार्यों को गिनाते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर विकास पूरी तरह से ठप करने का आरोप लगाया और कहा कि हर वर्ग परिवर्तन चाहता है क्योंकि भाजपा के साढ़े चार वर्ष के समय में उप्र की जनता को दुख और परेशानी मिली है. सपा मुख्यालय से जारी बयान के अनुसार अखिलेश यादव ने रविवार को समाजवादी विजय रथ यात्रा के दसवें चरण में एचसीएल. आईटी चक गंजरिया से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे महुराकलां गांव में नवनिर्मित भगवान परशुराम जी के मंदिर तक यात्रा की.
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