देश की खबरें | भागवत ने मजबूरन सफाई दी, आरएसएस के दिमाग में आरक्षण के खिलाफ षड्यंत्र मौजूद: कांग्रेस

नयी दिल्ली, सात सितंबर कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिमाग में आरक्षण पर प्रहार करने का षड्यंत्र बहुत लंबे समय से मौजूद है, लेकिन मजबूरन सफाई देने के लिए मोहन भागवत ने आरक्षण के पक्ष में बयान दिया है।

पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह दावा भी किया कि ‘अखंड भारत’ के विषय पर आरएसएस ही अखंड नहीं हैं क्योंकि संगठन में इस मुद्दे पर अलग-अलग राय है।

आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बुधवार को कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।

उन्होंने नागपुर में एक कार्यक्रम में यह भी कहा था कि आज की युवा पीढ़ी के बुजुर्ग होने से पहले ही अखंड भारत हकीकत बन जाएगा।

खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आरएसएस के राजनीतिक और वैचारिक पूर्वजों की अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष के समय क्या भूमिका थी? आज देश में 15-16 प्रतिशत मुसलमान इनसे बर्दाश्त नहीं होते, अखंड भारत में 45 प्रतिशत मुसलमान होंगे तो फिर ये क्या करेंगे? बिना सोचे-समझे बोलने की इनकी पुरानी आदत है। अखंड भारत पर राम माधव कुछ और बोलते हैं। अखंड भारत के मुद्दे पर आरएसएस ही अखंड नहीं है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘इंडिया’ और ‘भारत’ के विवाद के जरिये संविधान और आरक्षण पर प्रहार करने की कोशिश की गई है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह आरक्षण पर प्रहार करने का प्रयास था...संविधान को फिर से लिखने की बात हो रही है? यह प्रहार बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा लिखित संविधान की आत्मा पर है जिसमें आरक्षण का बहुत स्पष्ट स्थान है। जब इनको चुनौती देकर बात बताई गई तो इनको (आरएसएस) सफाई देनी पड़ी। लेकिन इनके दिमाग में यह षड्यंत्र बरकरार है। यह षड्यंत्र तब से चल रहा है जब संविधान लिखा गया था।’’

हक

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