नयी दिल्ली, 14 जून केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जुलाई में शुरू होने वाले आगामी खरीफ सत्र के लिए उर्वरकों, बीजों और कीटनाशकों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने पर शुक्रवार को जोर देते हुए कहा कि किसानों को किसी भी आपूर्ति व्यवधान से बचाने के लिए निरंतर निगरानी की जरूरत है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, चौहान ने खरीफ फसल सत्र की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण सामग्री की आपूर्ति और समय पर वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इस सत्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश की शुरुआत के साथ धान जैसी फसलों की बुवाई भी होती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस साल सामान्य से अधिक मानसून रहने की भविष्यवाणी की है, जो कृषि क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
चौहान ने उत्पादकता बढ़ाने के लिए कृषि मशीनीकरण और प्रौद्योगिकी को अपनाने की जरूरत पर भी बल दिया।
उन्होंने कृषि विज्ञान में उच्च शिक्षा प्राप्त लोगों के कौशल का बेहतर उपयोग करने के लिए कृषि शिक्षा को खेती के तरीकों से जोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) की उपयोगिता में सुधार के लिए गहन चर्चा का आग्रह किया।
बयान के अनुसार, अधिक से अधिक किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्राकृतिक खेती के तरीकों को सरल बनाना भी विशेष ध्यान का एक अन्य क्षेत्र था।
उर्वरक, जल संसाधन और मौसम विज्ञान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने मंत्री को खरीफ मौसम की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
इसके अलावा चौहान ने कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई) की समीक्षा करते हुए वैज्ञानिकों द्वारा नई फसल किस्मों के विकास, उत्पादकता में सुधार और नई प्रौद्योगिकियों के प्रमाणन पर लगातार काम करने की जरूरत बताई।
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