नयी दिल्ली, तीन अगस्त राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 805 नये मामले सामने आये जो पिछले आठ दिनों के दौरान सबसे कम संख्या है। इसके साथ ही नगर में संक्रमितों की कुल संख्या 1.38 लाख से अधिक हो गई।
वहीं, 17 और मरीजों की संक्रमण से मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,021 हो गई। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
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स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन के अनुसार कोविड-19 के ये नये मामले ऐसे दिन सामने आये, जब कोविड-19 की 10,133 जांच की गई।
विभाग ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 10,207 है जो कि पिछले दिन के 10,356 से कम है। कुल मामले बढ़कर 1,38,482 हो गए हैं।
विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 17 और मरीजों की संक्रमण के चलते मौत हो गई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 4,021 हो गई।
रविवार को संक्रमण के 961 मामले आए थे और इससे 15 मौतें हुई थीं। गत 23 जून को दिल्ली में एक दिन में सबसे अधिक 3,947 नये मामले सामने आये थे।
वहीं, हाल ही में आए एक अध्ययन में पता चला है कि कोविड-19 के आर-वैल्यू या ‘रिप्रोडक्टिव वैल्यू’ में दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में गिरावट आयी है जो दर्शाती है कि देश के तीन बड़े शहरों में इस महामारी का कहर थमने की राह पर है।
हालांकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी भी दी है कि इस स्तर पर आकर अगर लापरवाही की गई तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है। इस बीच ‘स्टैटिस्टिक्स एंड एप्लिकेशंस’ पत्रिका में प्रकाशित ताजा आर-वैल्यू कुछ इस प्रकार हैं- दिल्ली में यह 0.66, मुंबई में 0.81 और चेन्नई में 0.86 है जो राष्ट्रीय औसत 1.16 से काफी कम है।
आर-वैल्यू का अर्थ है, एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर संक्रमित होने वाले लोगों की औसतन संख्या। फिलहाल देश में सबसे ज्यादा आर-वैल्यू 1.48 आंध्रप्रदेश की है।
दिल्ली के 0.66 आर-वैल्यू को और बेहतर तरीके से समझाते हुए इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाली चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान में प्रोफेसर सीताभ्रा सिन्हा ने बताया कि इसका अर्थ है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमित किन्हीं 100 लोगों का समूह औसतन 60 लोगों को यह संक्रमण दे सकता है।
भारतीय विज्ञान शिक्षा एंव अनुसंधान संस्थान, कोलकाता में भौतिकी के प्रोफेसर दिव्येन्दु नंदी ने कहा ‘‘समुदाय में आर-वैल्यू का इतना कम बने रहने का अर्थ है कि महामारी का मौजूदा कहर थम रहा है और इसे नियंत्रित करने वाले उपायों की मदद से निकट भविष्य में काबू किया जा सकता है।’’
उन्होंने बताया कि सामान्य तरीके से समझें तो, अगर आर-वैल्यू एक से कम है तो इसका सीधा मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा एक अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है।
महामारी के ‘पूर्ण उन्मूलन’ तक फिलहाल जारी पाबंदियों को लागू रखने पर जोर देते हुए नंदी ने कहा, ‘‘हमें अपनी सावधानी नहीं छोड़नी चाहिए।’’
हरियाणा के अशोक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गौतम मेनन ने कहा, सामान्य में कहें तो आर-वैल्यू इसकी गिनती करता है कि औसतन कितने लोग एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बीमारी का शिकार हो सकते हैं।
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