
JFK Assassination Declassified Documents: जॉन एफ. केनेडी की हत्या अमेरिकी इतिहास के सबसे रहस्यमयी और विवादित मामलों में से एक बनी हुई है. 22 नवंबर 1963 को डलास के डेली प्लाजा में हुए इस हत्याकांड ने पूरे अमेरिका को झकझोर कर रख दिया था. वर्षों बाद भी इस हत्या के पीछे की सच्चाई पूरी तरह सामने नहीं आ सकी है.
हाल ही में 80,000 दस्तावेजों को सार्वजनिक किए जाने के बाद इस हत्याकांड को लेकर एक बार फिर अटकलें तेज हो गई हैं. 2017 में, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हत्याकांड से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने का आदेश दिया था, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के कारण हजारों दस्तावेज अब भी गोपनीय रखे गए थे. इसके बाद, जनवरी में ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर शेष सभी दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का निर्णय लिया, जिनमें रॉबर्ट एफ. केनेडी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्याओं से संबंधित फाइलें भी शामिल थीं.
सीआईए एजेंट की सनसनीखेज गवाही
केनेडी की हत्या के अगले ही दिन, एक खुफिया अधिकारी जे गैरेट अंडरहिल वाशिंगटन से भागकर न्यू जर्सी में अपने एक दोस्त के घर पहुंचे. डीक्लासिफाइड मेमो के अनुसार, अंडरहिल ने दावा किया था कि सीआईए के भीतर एक 'छोटे गुट' ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया.
अंडरहिल ने अपनी मित्र चार्लीन फिट्सिमॉन्स को बताया था कि "ली हार्वे ओसवाल्ड सिर्फ एक मोहरा था. असली अपराधियों ने कुछ बेहद भयानक किया था और वे हथियारों की तस्करी, नशीली दवाओं के कारोबार और अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल थे."
अंडरहिल की रहस्यमयी मौत
केनेडी की हत्या के बाद अंडरहिल ने अपनी जान का खतरा बताया और देश छोड़ने की योजना बनाई. लेकिन छह महीने बाद, 8 मई 1964 को, वाशिंगटन में उनके अपार्टमेंट में उन्हें सिर में गोली लगी अवस्था में मृत पाया गया. आधिकारिक तौर पर इसे आत्महत्या बताया गया, लेकिन उनकी बंदूक उनके बाईं ओर पाई गई जबकि वे दाएं हाथ से गोली चलाते थे. इस विसंगति ने हत्या की आशंका को और मजबूत किया.
ओसवाल्ड और खुफिया एजेंसियों का रहस्यमय संबंध
ली हार्वे ओसवाल्ड, जिस पर आधिकारिक तौर पर हत्या का आरोप था, की पृष्ठभूमि भी कई सवाल खड़े करती है. वह 1959 में सोवियत संघ चला गया था और फिर अपनी रूसी पत्नी के साथ अमेरिका लौट आया. उसके क्यूबा समर्थक और विरोधी समूहों के साथ संबंध थे और वह पहले से ही एफबीआई और सीआईए की निगरानी में था.
नवीनतम दस्तावेजों में यह भी बताया गया है कि सीआईए के पूर्व हथियार विशेषज्ञ सैमुअल जॉर्ज कमिंग्स का भी हथियारों की तस्करी और गुप्त अभियानों में हाथ था. हालांकि, उनके और केनेडी की हत्या के बीच सीधा संबंध अब तक नहीं मिला है.
जैक रूबी की रहस्यमयी भूमिका
केनेडी की हत्या के दो दिन बाद, जैक रूबी नामक एक नाइट क्लब मालिक ने ओसवाल्ड को गोली मार दी. आधिकारिक तौर पर, उसने इसे 'दुख' में किया, लेकिन कई लोगों का मानना है कि उसने ओसवाल्ड को चुप कराने के लिए ऐसा किया था ताकि वह और जानकारी न दे सके.
रूबी की हिरासत में मौत और एमके-अल्ट्रा नामक सीआईए के दिमाग नियंत्रित करने वाले प्रोग्राम में शामिल डॉक्टर लुइस जोलीयन वेस्ट से उसके संबंधों ने और संदेह बढ़ा दिए हैं.
'मैजिक बुलेट' थ्योरी पर सवाल
केनेडी और टेक्सास के गवर्नर जॉन कॉनली को लगी गोली को लेकर अब भी बहस जारी है. आधिकारिक रूप से इसे 'मैजिक बुलेट' कहा जाता है, क्योंकि एक ही गोली ने केनेडी और कॉनली दोनों को घायल किया था. हालांकि, विशेषज्ञ इस थ्योरी को अविश्वसनीय मानते हैं.
केनेडी की हत्या से जुड़े नवीनतम दस्तावेज कई नई जानकारियां उजागर करते हैं, लेकिन यह मामला अब भी सुलझा नहीं है. कई षड्यंत्रकारी सिद्धांत अब भी बने हुए हैं, जिनमें सीआईए के अंदरूनी गुट की संलिप्तता, हथियारों की तस्करी और संगठित अपराध से जुड़े आरोप शामिल हैं.
इन खुलासों के बावजूद, केनेडी की हत्या का रहस्य अब भी अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा अनसुलझा रहस्य बना हुआ है.