कोरोना वायरस इस वक्त पूरी दुनिया के सामने एक ऐसे संकट के रूप में खड़ा है जिसका निवारण किसी के पास नहीं है. विश्व एक ऐसी महामारी से लड़ रहा है जिसका तोड़ किसी के पास नहीं है. कोरोना वायरस ने लगभग सभी देशों में कोहराम मचा रखा है. कोरोना वायरस का सबसे अधिक अगर प्रकोप जिन देशों में देखा जा रहा है. उसमें चीन, इटली, ईरान और अमेरिका का नाम शामिल है. चीन ने जहां एक तरफ वुहान में वायरस का असर तो कम होने लगा है लेकिन अन्य देशों में इस बिमारी ने मौत का तांडव मचा रहा है. कोरोना वायरस के अमेरिका में भी प्रतिदिन 1000 से 2000 लोगों की मौत हो रही है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के मुताबिक अमेरिका में पिछले 24 घंटो के भीतर कोरोना वायरस से 2,228 लोगों की मौत हो गई. वहीं यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस समय अमेरिका हर संभव कोशिश तो कर रही है लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल पाई है.
अमेरिका में कोरोना वायरस का सबसे अधिक प्रकोप न्यूयॉर्क में देखा जा रहा है. जहां कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण स्कूल और कॉलेज सभी बंद कर दिए गए हैं. मौत का आंकड़ा यहां सबसे अधिक है. आपको बता दें कि कोरोना का प्रकोप कितना बढ़ा उसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि इटली में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 25 हजार के पार हो गई हैं. वहीं इसका वैश्विक आंकड़ा बढ़कर 19 लाख के पार पहुंच गया है. जिसमें लगातार इजाफा हो रहा है.
United States registers record 2,228 #coronavirus deaths in past 24 hours, according to Johns Hopkins tally: AFP news agency
— ANI (@ANI) April 15, 2020
गौरतलब हो कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के पीएम मोदी को फोन कर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की मांग की थी. जिसके बाद भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन को अमेरिका में भेजकर भारत ने उनकी मदद की. बता दें कि कोविड-19 पहली बार दिसंबर 2019 में चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में सामने आया और फिर यह बीमारी दो-तीन महीनों में पूरी दुनिया में फैल गई। पूरा विश्व कोरोना वायरस के प्रसार को कम करने के लिए प्रयास कर रहा है.