ट्रंप का सबसे लंबा एशिया दौरा, चीन से रूस के खिलाफ मांगी मदद, शी जिनपिंग से ताइवान पर होगी बात
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US President Donald Trump Asia Tour: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बड़े और अपने कार्यकाल के सबसे लंबे एशिया दौरे पर जा रहे हैं. लेकिन इस दौरे से ठीक पहले उन्होंने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. ट्रंप ने कहा है कि वह चाहते हैं कि रूस के मामले में चीन, अमेरिका की मदद करे.

यह बात उन्होंने ऐसे समय में कही है जब यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनाव आसमान छू रहा है. अमेरिका ने रूस पर नए प्रतिबंध भी लगाए हैं. ट्रंप ने कहा, "मैं चाहूंगा कि रूस के मामले में चीन हमारी मदद करे. मैं चाहता हूं कि चीन इसमें हमारी भूमिका समझे और सहयोग करे."

ट्रंप का एशिया प्लान क्या है?

ट्रंप का यह दौरा पांच दिनों का होगा, जिसमें वह मलेशिया, जापान और दक्षिण कोरिया जाएंगे. यह उनके राष्ट्रपति बनने के बाद का सबसे लंबा विदेशी दौरा है. वह सबसे पहले कुआलालंपुर (मलेशिया) में रविवार से शुरू हो रहे आसियान शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. इसके बाद, वह 29 अक्टूबर से दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में शुरू हो रहे APEC (एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग) शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे.

शी जिनपिंग से होगी अहम मुलाकात

पूरी दुनिया की नजरें APEC शिखर सम्मेलन पर टिकी हैं, क्योंकि यहीं पर ट्रंप की मुलाकात चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होगी. दोनों बड़े नेताओं के बीच व्यापार (ट्रेड) और अमेरिका-चीन के तनावपूर्ण रिश्तों पर बातचीत होगी.

ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वह इस मीटिंग में ताइवान का मुद्दा भी उठाएंगे. उन्होंने कहा, "हमारे पास बात करने के लिए बहुत कुछ है. मैं ताइवान के मुद्दे पर बात करूंगा. वहां जाऊंगा नहीं, लेकिन इस पर चर्चा जरूर करूंगा. ताइवान के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है."

जिमी लाई की रिहाई पर भी होगी बात

ट्रंप ने कहा कि वह शी जिनपिंग से हांगकांग के लोकतंत्र समर्थक नेता जिमी लाई की रिहाई की मांग भी करेंगे. आपको बता दें कि जिमी लाई 'एप्पल डेली' नाम के एक (अब बंद हो चुके) लोकतंत्र समर्थक अखबार के संस्थापक हैं. उन्हें चीन द्वारा हांगकांग में लगाए गए कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के तहत जेल में डाल दिया गया है.

क्या किम जोंग उन से भी मिलेंगे ट्रंप?

इस दौरे पर एक और बड़ी मुलाकात हो सकती है. ट्रंप ने संकेत दिया है कि वह उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन से मिलने के लिए तैयार हैं. ट्रंप ने कहा, "मैं 100% तैयार हूं. मेरी किम जोंग उन से अच्छी समझ है, और अगर मौका मिला तो मैं उनसे मिलने के लिए तैयार हूं."

जानकारों का मानना है कि ट्रंप का यह दौरा एशिया में अमेरिकी नीति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यह इंडो-पैसिफिक रणनीति को नई दिशा दे सकता है.