रूस-यूक्रेन युद्ध को लगभग महीनाभर हो गया है. कीव सहित तमाम शहरों में तबाही का मंजर दिख रहा है. यूक्रेन के विभिन्न इलाकों में अनगिनत लाशें बिछी हैं. लाखों की संख्या में लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं. यूक्रेन झुकने को तैयार नहीं है और रूस के हमले भी जारी हैं. रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. यूक्रेन जहां अन्य देशों की मदद से पुतिन की सेना को टक्कर देने की कोशिश कर रहा है वहीं रूस ने परमाणु हमले की धमकी दी है. इस धमकी के बाद से अमेरिका ने भी रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
नाटो ने गुरुवार की आपातकालीन बैठक से पहले रूस को यूक्रेन में केमिकल हथियारों का उपयोग नहीं करने की चेतावनी दी है. अमेरिका इस पर लगातार नजर बनाये हुये है. Russia-Ukraine War: रूस की चेतावानी, कहा- अस्तित्व पर मंडराया खतरा तो करेंगे परमाणु हथियारों का इस्तेमाल.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस के पास टाइगर टीम के रूप में जानी जाने वाली एक विशेष टीम है, जिसे यह पता लगाने का काम सौंपा गया है कि अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में केमिकल या परमाणु हथियारों का उपयोग करने का फैसला करते हैं, तो संयुक्त राज्य अमेरिका को कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए.
अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल किये जाने के विकल्प पर रूस का बयान खतरनाक है. अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने रूस के प्रवक्ता के इस बयान को खतरनाक बताया है. किर्बी ने संवाददाताओं से कहा कि किसी जिम्मेदार परमाणु हथियार संपन्न देश के लिये यह तरीका सही नहीं है.