इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने शुक्रवार को कहा कि सेना अच्छी तरह से जानती है कि न तो वह पैसा कमा रहे हैं और न ही भ्रष्ट हैं. उन्होंने कहा कि वह दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, इसलिए वह सेना से नहीं डरते हैं. द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट की अनुसार, प्रधानमंत्री खान ने अपनी सरकार की स्थिरता को स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार कहीं नहीं जा रही है. उन्होंने कहा कि एजेंसियों को पता है कि कौन क्या कर रहा है और यही कारण है कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सेना का डर था. खान ने कहा कि वह न तो भ्रष्ट हैं और न ही राजनीति कर पैसा कमा रहे हैं और यही कारण है कि सेना मेरे साथ खड़ी है.
उन्होंने कहा कि सरकार और सेना के बीच कोई तनाव नहीं है. खान ने पीएम हाउस में मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही. सूचना और प्रसारण मामलों के लिए उनकी विशेष सहायक डॉ. फिरदौस आशिक अवान भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं. उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों को नवाज शरीफ और आसिफ जरदारी के भ्रष्टाचार के बारे में पूरी तरह पता था और वे यह भी जानते हैं कि वह (इमरान खान) पैसा नहीं कमा रहे हैं, बल्कि देश के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. यह भी पढ़े: पीएम इमरान खान की बढ़ सकती है मुश्किलें, पाक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए JUI-F ने की घोषणा
उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ साजिश रचने के लिए जेयूआई-एफ के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के खिलाफ संविधान के अनुच्छेद-6 के तहत उच्च राजद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी टिप्पणियों की जांच होनी चाहिए. हाल के दिनों में आटे और चीनी संकट के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार को उन तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी.
जो वस्तुओं के कृत्रिम मूल्य वृद्धि के पीछे हैं. विभिन्न खाद्य व अन्य पदार्थो की मूल्यवृद्धि पर विपक्ष के विरोध के संबंध में उन्होंने कहा कि विपक्ष एक राजनीतिक माफिया है, जिसका महंगाई से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष रोना रो रहा है और उम्मीद कर रहा है कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी, लेकिन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.