दक्षिण कोरिया के डोंग-ए इल्बो अखबार की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया के एक अधिकारी को कोरोनावायरस के संक्रमण के शक में क्वारंटाइन (quarantined) सेंटर में रखा गया था. इस अधिकारी ने चुपके से इस महीने की शुरुआत में सार्वजनिक बाथरूम का इस्तेमाल कर लिया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और तुरंत गोली मार दी गई. जबसे क्रोरोनावायरस फैला हुआ है तबसे, किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने पिछले महीने चीन की उत्तरी सीमा पर गंभीर रूप से प्रतिबंध लगा दिया है और आइसोलेशन के दौरान लोगों को एहतियाती कारणों से सार्वजनिक स्थानों का दौरा न करने के लिए सैन्य कानून स्थापित किया है.
अखबार ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के बारे में भी खुलासा किया कि,' उसने हाल ही में चीन की यात्रा की थी और उसके बारे में खुलासा नहीं किया था. जिसके बाद उसे सुरक्षा एजेंसी से निकाल दिया गया. राज्य के स्वामित्व वाली कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार, वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में आइसोलेशन की अवधि 30 दिन निर्धारित की गई थी. "डीपीआरके (डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया) में रहने वाले राज्य और विदेश के सभी संस्थानों और क्षेत्रों को बिना शर्त इसका पालन करना चाहिए," इस बीच, उत्तर कोरिया को एक अप्रत्याशित सहयोगी से कुछ समर्थन प्राप्त हुआ. संयुक्त राज्य अमेरिका ने गुरुवार को एक बयान जारी किया, जिसमें उत्तर कोरिया की मदद करने की पेशकश की गई. यह भी पढ़ें: कोरोनावायरस: चीन ने मृतकों के अंतिम संस्कार पर लगाई रोक
उत्तर कोरिया में कोरोनावायरस के कई मामले सामने आए हैं. लेकिन उत्तर कोरिया लगातर इस बात से इनकार कर रहा है, उसका कहना है कि यहां कोरोनावायरस का एक भी मामले सामने नहीं आया है. जबकि एक्पर्ट्स इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं है, क्योंकि उत्तर कोरिया और चीन की सीमा बहुत नजदीक हैं, इसलिए ऐसा हो ही नहीं सकता कि उत्तर कोरिया में कोरोनावायरस का कोई मामला न हो.