नई दिल्ली: मुंबई आतंकी हमले (Mumbai Terror Attack) के मास्टरमाइंड (Mastermind) और जमात-उद-दावा (Jamat Ud Dava) के सरगना हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को बुधवार को पाकिस्तान के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (Counter Terrorism Department) ने पंजाब प्रांत के गुजरावाला टाउन से गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि टेरर फंडिंग (terror Funding) मामले में सईद आतंकवाद रोधी अदालत में पेश होने के लिए लाहौर से गुजरावाला आया था, तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हाफिज सईद की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार को भारत ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की. भारत ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते कहा कि यह एक सांकेतिक कदम है और पाकिस्तान की तरफ से ऐसी कार्रवाई कई बार देखी जा चुकी है.
भारत के विदेश मंत्री रवीश कुमार (MEA Raveesh Kumar) ने कहा कि पाकिस्तान इससे पहले भी हाफिस सईद को गिरफ्तार करने का दिखावा कर चुका है. क्या इस बार उसके गुनाहों के लिए सजा सुनाई जाएगी? उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इस बार पाकिस्तान हाफिज सईद के मामले में उचित कार्रवाई कर न्याय करेगा.
Raveesh Kumar, MEA, on Pakistan arrests Hafiz Saeed: The question is whether this time it will be more than a cosmetic step, whether Hafiz Saeed will be tried & sentenced for his terrorist activities. We hope that this time Hafiz Saeed will be brought to justice https://t.co/hd1VgiPQ5v
— ANI (@ANI) July 18, 2019
उन्होंने कहा कि साल 2001 से लेकर अब तक हाफिज सईद को गिरफ्तार किए जाने के ऐसे ड्रामे हम आठ बार देख चुके हैं. भारत में हुई हर बड़ी आतंकी घटना के बाद उसे गिरफ्तार किया जाता है और हर बार किसी न किसी आधार पर उसे रिहा कर दिया जाता है. यह भी पढ़ें: मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद पाकिस्तान में गिरफ्तार, इमरान खान के US दौरे से पहले हुई कार्रवाई
बता दें कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हाफिज सईद जमात-उद-दावा (जेयूडी) के नाम से एक संगठन चलाता है. यह संगठन आंतकवाद के प्रति युवाओं को आकर्षित करने का काम करता है, जिसके चलते पाकिस्तान ने जेयूडी और उसकी चैरिटी संस्था ‘फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन’ (एफआईएएफ) से जुड़े 160 मदरसों, 32 स्कूलों, दो कॉलेजों, चार अस्पतालों, 178 एंबुलेंस और 153 चिकित्सालयों पर रोक लगा दी थी.
गौरतलब है कि साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के में 6 अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद हाफिज सईद को संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक आतंकी घोषित करते हुए उस पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा गया था. फिलहाल टेरर फंडिंग के आरोप में हाफिज को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तान उसे छोड़ देगा या फिर उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करेगा.