कनाडा सरकार ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) को आधिकारिक तौर पर “आतंकी संगठन” घोषित कर दिया है. यह वही गैंग है जिसके सरगना लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद हैं. बिश्नोई गैंग भारत में कई बड़े अपराधों के लिए कुख्यात है, जिनमें गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या और मुंबई के नेता बाबा सिद्दीकी का मर्डर केस शामिल है. कनाडा ने कहा कि यह गैंग खास समुदायों को निशाना बनाता है और वहां डर व असुरक्षा का माहौल पैदा करता है.
कनाडा ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब दोनों देशों के बीच खालिस्तान समर्थक तत्वों को लेकर तनाव चल रहा है. कनाडा के पब्लिक सेफ्टी मंत्री गैरी अनंदसंगरी ने कहा कि हर नागरिक को सुरक्षित महसूस करने का अधिकार है. बिश्नोई गैंग द्वारा हिंसा, धमकियां और जबरन वसूली के कारण कनाडा में खासकर पंजाबी डायस्पोरा असुरक्षा का सामना कर रहा है.
विदेशों तक फैला नेटवर्क
कनाडाई प्रेस रिलीज के अनुसार, बिश्नोई गैंग एक ट्रांसनेशनल क्रिमिनल ऑर्गनाइजेशन है जो भारत से संचालित होती है लेकिन कनाडा समेत कई देशों में इसकी मौजूदगी है. इस गैंग पर हत्या, गोलीबारी, आगजनी और धमकाने जैसे अपराधों के आरोप हैं. कनाडा में यह संगठन पंजाबी सिंगर्स, बिज़नेस मैन और कम्युनिटी लीडर्स को भी टारगेट कर चुका है.
2023 में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद कनाडा ने भारत पर आरोप लगाया था कि उसने बिश्नोई जैसे गैंग्स का इस्तेमाल किया. हालांकि भारत ने इन दावों को पूरी तरह खारिज किया और कहा कि इसके उलट उसने कई बार कनाडा से इस गैंग के सदस्यों के प्रत्यर्पण की मांग की है.
आतंकी सूची में शामिल होने का मतलब
कनाडा के क्रिमिनल कोड के तहत अब बिश्नोई गैंग की कोई भी संपत्ति, गाड़ियां या बैंक अकाउंट जब्त किए जा सकते हैं. साथ ही, इस गैंग से जुड़े लोगों पर फाइनेंसिंग, ट्रैवल और भर्ती जैसे मामलों में सख्त कार्रवाई होगी. इमिग्रेशन और बॉर्डर सिक्योरिटी में भी इस सूची का उपयोग होगा ताकि गैंग के सदस्य कनाडा में दाखिल न हो सकें.












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