Israeli Air Force Attacked Houthi Rebels: इजरायली वायु सेना (IAF) ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला किया है, जो इजरायल के खिलाफ हालिया हमलों का जवाब है. इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने अपने 'एक्स' पोस्ट के माध्यम से इस कार्रवाई की जानकारी दी है. इस हमले में लक्ष्यों में शामिल हैं सैन्य ठिकाने, बिजली संयंत्र और एक बंदरगाह, जो हूती विद्रोहियों द्वारा ईरानी हथियारों और अन्य सैन्य आपूर्ति के ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. IDF के अनुसार, हूती विद्रोही पिछले एक साल से ईरान के निर्देशन और वित्त पोषण के तहत इजरायल पर हमले कर रहे हैं. यह विद्रोही इराकी मिलिशिया के सहयोग से क्षेत्रीय स्थिरता को कमजोर करने और वैश्विक नौवहन की स्वतंत्रता को बाधित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं.
IDF ने कहा है कि वे इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी खतरे का सामना करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं, चाहे वह खतरा पास हो या दूर हो. हाल के वर्षों में, इजरायल और हूती विद्रोहियों के बीच तनाव बढ़ा है, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है.
इजरायली वायु सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों पर किया हमला
⭕️BREAKING: The IAF struck military targets belonging to the Houthi terrorist regime in Yemen in response to their recent attacks against Israel.
The targets included power plants and a seaport, which were used by the Houthis to transfer Iranian weapons to the region, in… pic.twitter.com/QaWSD3uMEJ
— Israel Defense Forces (@IDF) September 29, 2024
इजरायली सेना ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार के ऑपरेशनों का उद्देश्य इजरायल के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और वे भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई करते रहेंगे. इस हमले ने एक बार फिर से इस बात को साबित कर दिया है कि मध्य पूर्व में सुरक्षा की स्थिति कितनी जटिल है. यह घटना क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को प्रभावित कर सकती है और अन्य देशों के साथ इजरायल के संबंधों पर भी असर डाल सकती है.
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की सैन्य कार्रवाइयां न केवल इजरायल की सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं, बल्कि ये क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण हैं.